संवाददाता/अंबिकापुर
छत्तीसगढ़ के पूर्व उपमुख्यमंत्री टी.एस. सिंहदेव ने एक बड़ा और संवेदनशील बयान देते हुए मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के हालिया वक्तव्य पर प्रतिक्रिया दी है। मुख्यमंत्री ने हाल ही में आदिवासियों को “सबसे बड़ा हिंदू” बताया था, जिस पर सिंहदेव ने कहा कि यह पूरी तरह से सत्य नहीं है।
टी.एस. सिंहदेव ने कहा, “आदिवासी मूलतः हिंदू हो सकते हैं, लेकिन यह कहना कि हर ट्राइबल हिंदू है, यह सही नहीं है।” उन्होंने आगे कहा कि आदिवासी समाज की अपनी विशिष्ट परंपराएं और पूजा-पद्धतियाँ हैं, जो मुख्यधारा हिंदू धर्म से भिन्न हैं।
उन्होंने स्पष्ट किया कि “आदिवासी समाज बूढ़ा देव, सारना देवता और अन्य प्राकृतिक देवताओं की पूजा करता है। ये परंपराएं सदियों से चली आ रही हैं और इनमें प्रकृति को पूजनीय माना जाता है।” उन्होंने यह भी कहा कि कुछ ट्राइबल समुदायों ने ईसाई धर्म सहित अन्य धर्मों को भी अपनाया है, ऐसे में यह नहीं कहा जा सकता कि सभी आदिवासी हिंदू ही हैं।
पूर्व डिप्टी सीएम ने यह भी सवाल उठाया कि, “कोई हिंदू छोटा या बड़ा कैसे हो सकता है? हिंदू तो हिंदू है।” यह टिप्पणी मुख्यमंत्री के “सबसे बड़ा हिंदू” वाले बयान पर सीधा सवाल उठाने के रूप में देखी जा रही है।
सिंहदेव का यह बयान राज्य की राजनीति में नई बहस को जन्म दे सकता है, खासकर जब राज्य में आदिवासी समाज की भूमिका और पहचान को लेकर चर्चाएं तेज हैं। आने वाले समय में इस बयान के सियासी और सामाजिक असर पर नजर बनी रहेगी।