Dhamtari: जिले के मगरलोड क्षेत्र में तेंदुए के अवैध शिकार के मामले में वन विभाग को बड़ी सफलता मिली है। तेंदुए के पंजे और नाखून निकालने वाले मुख्य आरोपी को वन विभाग ने धर दबोचा है, जबकि इस मामले में संलिप्त तीन अन्य आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।
कुएं में गिरने की सूचना, जंगल में मिला तेंदुए का शव
मगरलोड क्षेत्र के उत्तर सिंगपुर वन परिक्षेत्र के कक्ष क्रमांक 23 कोरगांव कनडबरा के जंगल में एक तेंदुए के कुएं में गिरने की सूचना स्थानीय चरवाहा द्वारा वन विभाग को दी गई थी। सूचना पर जब वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची तो कुएं में तेंदुए का शव नहीं मिला, बल्कि कुछ दूरी पर जंगल में मृत अवस्था में तेंदुआ पाया गया।

पंजे कटे मिलने से अवैध शिकार की आशंका
वन विभाग को मृत तेंदुए की उम्र लगभग एक वर्ष आंकी गई है। शव की जांच के दौरान तेंदुए के चारों पैरों के पंजे कटे हुए पाए गए, जिससे अवैध शिकार की आशंका प्रकट हुई। इसके बाद वन विभाग ने आसपास के संदिग्ध लोगों से पूछताछ शुरू की।
मुख्य आरोपी के घर से पंजे और हथियार बरामद
जांच के दौरान वन विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए गोवर्धन पटेल पिता आत्माराम पटेल, उम्र 35 वर्ष को गिरफ्तार किया। आरोपी के घर से मृत तेंदुए के पैरों के नाखून और पंजे पैरा में छुपाकर रखे हुए पाए गए। इसके अलावा पंजे काटने में प्रयुक्त हथियार भी बरामद किया गया है। पूछताछ में आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया।

वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम के तहत मामला दर्ज
गिरफ्तार आरोपी के खिलाफ वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 की सुसंगत धाराओं के तहत वन अपराध प्रकरण क्रमांक 14907/02 में अपराध पंजीबद्ध कर अग्रिम वैधानिक कार्रवाई की जा रही है। वहीं, इस मामले में संलिप्तता की संभावना के आधार पर तीन अन्य व्यक्तियों से भी पूछताछ की जा रही है।
पोस्टमार्टम और फोरेंसिक जांच जारी
प्रथम दृष्टया तेंदुए की मृत्यु का कारण कुएं में डूबना प्रतीत हो रहा है। तेंदुआ अनुसूची-I के अंतर्गत संरक्षित वन्य प्राणी है। नियमों के अनुसार तीन सदस्यीय पशु चिकित्सकों की टीम द्वारा शव परीक्षण कराया गया है। पोस्टमार्टम के बाद तेंदुए के अवयव फोरेंसिक जांच के लिए प्रयोगशाला भेजे जा रहे हैं। फोरेंसिक रिपोर्ट आने के बाद ही तेंदुए की मृत्यु के वास्तविक कारण की पुष्टि की जाएगी।





