Mohit Jain
भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को कुआलालंपुर में अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों, क्षेत्रीय विकास और वैश्विक चुनौतियों सहित कई अहम मुद्दों पर विस्तार से बातचीत की। इस बैठक को भारत और अमेरिका के बीच चल रही ट्रेड डील और कूटनीतिक रिश्तों के परिप्रेक्ष्य में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
द्विपक्षीय संबंधों और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा की गई पोस्ट में जयशंकर ने कहा, “आज सुबह कुआलालंपुर में मार्को रुबियो से मिलकर खुशी हुई। हमारे द्विपक्षीय संबंधों के साथ-साथ क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर हुई चर्चा की सराहना की।”
इस बैठक में दोनों देशों के बीच आर्थिक और व्यापारिक सहयोग को मजबूत करने पर भी ध्यान केंद्रित किया गया।
Glad to meet @SecRubio this morning in Kuala Lumpur.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) October 27, 2025
Appreciated the discussion on our bilateral ties as well as regional and global issues.
🇮🇳 🇺🇸 pic.twitter.com/mlrqoyZypB
व्यापार समझौते में दीर्घकालिक दृष्टिकोण

केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने हाल ही में कहा था कि भारत किसी भी व्यापार समझौते में ‘जल्दबाजी’ नहीं करेगा और न ही ऐसी शर्तें स्वीकार करेगा जो भारत के दीर्घकालिक आर्थिक लक्ष्यों को सीमित करें।
जयशंकर ने भी स्पष्ट किया कि व्यापार समझौते सिर्फ टैरिफ या शुल्क तक सीमित नहीं होते, बल्कि भरोसा, दीर्घकालिक संबंध और वैश्विक व्यापार सहयोग पर आधारित होते हैं।
सतर्क और संतुलित रणनीति अपनाएगा भारत
गोयल ने कहा कि भारत हमेशा सतर्क और संतुलित रुख अपनाएगा। उनका कहना था कि व्यापार समझौते केवल अल्पकालिक हितों के लिए नहीं होते, बल्कि दीर्घकालिक परिप्रेक्ष्य और स्थायी आर्थिक रणनीति के तहत लिए जाते हैं।





