BY: Yoganand Shrivastva
राजस्थान के जैसलमेर क्षेत्र में भारत और पाकिस्तान की सेनाएं आमने-सामने हैं। सीमावर्ती इलाके में हालात बेहद तनावपूर्ण हो गए हैं और लगातार विस्फोटों की आवाजें सुनाई दे रही हैं। प्रशासन ने नागरिकों से घरों के अंदर रहने और सतर्क रहने की अपील की है।
सीमा पर बढ़ा तनाव, पाकिस्तान ने किया मिसाइल और ड्रोन से हमला
9 और 10 मई की दरमियानी रात पाकिस्तान की सेना ने भारत की सीमा में मिसाइलें दागीं, साथ ही ड्रोन और लड़ाकू विमानों का भी उपयोग किया गया। भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने तुरंत सक्रिय होकर अधिकतर मिसाइलों और ड्रोन को लक्ष्य पर पहुंचने से पहले ही निष्क्रिय कर दिया। इसके जवाब में भारतीय सेना ने पाकिस्तान के छह एयरबेस और कई रडार ठिकानों को सफलतापूर्वक निशाना बनाकर ध्वस्त कर दिया।
जैसलमेर में हालात बेहद गंभीर, आवाजाही पर रोक
जैसलमेर जिले में स्थिति बेहद संवेदनशील बनी हुई है। पाकिस्तान की ओर से लगातार मिसाइल दागे जा रहे हैं। जिला प्रशासन ने नागरिकों को घरों से बाहर न निकलने की हिदायत दी है। शहर में बाहरी लोगों की आवाजाही पर पूर्ण रोक लगा दी गई है।
प्रधानमंत्री मोदी की अगुवाई में हाई-लेवल मीटिंग
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है। इस बैठक में थलसेना, वायुसेना और नौसेना प्रमुख, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल मौजूद हैं। माना जा रहा है कि इस बैठक में भारत की अगली रणनीति को लेकर अहम फैसले लिए जा सकते हैं।
भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम की तगड़ी प्रतिक्रिया
रक्षा सूत्रों के अनुसार, जैसलमेर में वायुसेना स्टेशन और आर्मी कैंटोनमेंट दोनों ही हाई अलर्ट पर हैं। एयर डिफेंस सिस्टम पूरी तरह सक्रिय हो चुका है। पाकिस्तान की ओर से जो मिसाइलें भेजी गईं, उन्हें हवा में ही निष्क्रिय कर दिया गया है। ड्रोन हमलों की आवाजें कम थीं, लेकिन उनके लक्ष्य को पहचानकर उन्हें नष्ट कर दिया गया। विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान के अधिकांश हमले भारत की वायु सुरक्षा व्यवस्था द्वारा असफल कर दिए गए हैं।