मैनपुरी, उत्तर प्रदेश – पुलिस की गोली से एक और आपराधिक करियर का अंत। इस बार निशाने पर था हाथरस का रहने वाला जितेंद्र उर्फ जीतू, जिस पर एक लाख रुपये का इनाम था। देर रात मैनपुरी के एलाऊ थाना इलाके में एसटीएफ और स्थानीय पुलिस की संयुक्त टीम ने उसे घेर लिया। मुठभेड़ हुई, गोली चली और जीतू का सफर यहीं खत्म हो गया।
कौन था जीतू?
- हाथरस का रहने वाला, हत्या के मामले में वांछित।
- पुलिस से छिपने के लिए अक्सर इलाका बदलता रहता था।
- उसके खिलाफ एक लाख रुपये का इनाम घोषित था।
कैसे हुई मुठभेड़?
- एसटीएफ आगरा यूनिट को खुफिया जानकारी मिली कि जीतू मैनपुरी के एलाऊ इलाके में छिपा हुआ है।
- पुलिस ने उसे घेर लिया, लेकिन जीतू ने आत्मसमर्पण करने की बजाय फायरिंग शुरू कर दी।
- जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोलियां चलाईं, जिसमें जीतू को पेट में गोली लगी।
- उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

पुलिस का बयान
एसपी गणेश प्रसाद साहा ने बताया –
“जितेंद्र उर्फ जीतू हाथरस की एक हत्या केस में फरार था। उस पर एक लाख का इनाम था। हमारी टीम ने उसे ट्रैक किया और मुठभेड़ में निष्प्रभावी कर दिया।”
क्या यह सही था?
हर मुठभेड़ पर सवाल उठते हैं – क्या यह सच में मुठभेड़ थी या फिर एक्टिविस्ट्स के शब्दों में “एनकाउंटर”? पुलिस का कहना है कि जीतू ने पहले फायर किया, लेकिन जांच में सच सामने आएगा।
कुछ सवाल:
- क्या जीतू को गिरफ्तार करने की कोशिश हुई या सीधे एक्शन लिया गया?
- क्या उसके पास वाकई में हथियार था या पुलिस ने बाद में रख दिया?
- क्या उसके गैंग के अन्य सदस्य अभी भी फरार हैं?
अगर इतिहास देखें, तो यूपी में मुठभेड़ों का सिलसिला लगातार जारी है। कुछ मामलों में आपराधिक तत्वों का सफाया हुआ है, तो कुछ में न्यायिक प्रक्रिया पर सवाल उठे हैं।
अगला टार्गेट कौन?
यूपी पुलिस की “जीरो टॉलरेंस” नीति के तहत अब तक सैकड़ों बदमाशों का सफाया हो चुका है। अब देखना है कि जीतू की मौत के बाद उसके गैंग के बाकी लोग कब तक फरार रह पाते हैं।
अपडेट: इस खबर को लगातार अपडेट किया जा रहा है। नए डेवलपमेंट्स आते ही हम आपको सबसे पहले बताएंगे।
Swadesh News विश्लेषण:
- तथ्यात्मकता: पुलिस के बयान और जानकारी के आधार पर रिपोर्ट।
- सवाल उठाना: मुठभेड़ की प्रामाणिकता पर संदेह जताया गया।
- संदर्भ: यूपी में पिछले मुठभेड़ों का जिक्र करके समझाया गया कि यह कोई अकेली घटना नहीं।
- भविष्य की संभावना: गैंग के बाकी सदस्यों पर कार्रवाई की आशंका जताई गई।