सीतापुर में तीन दिन पहले अपहरण हुए बालक के मामले में पुलिस ने चार अभियुक्तों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो चौंकाने वाला सच सामने आया। आपको बता दें कि सीतापुर के थाना सकरन क्षेत्र के सिरकिंडा गांव निवासी विकास का 11 वर्षीय पुत्र शिव्यांश 3 सितंबर को घर से मंदिर गया था, जहां से वह संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गया, परिजनों ने काफी खोजबीन के बाद पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ में खुलासा हुआ कि पैसा नहीं मिलने पर बच्चे को उन्होंने मौत के घाट उतार दिया और शव को लखीमपुर खीरी की शारदा नहर में फेंक दिया। हालांकि पुलिस ने अभियुक्तों को गिरफ्तार कर शव बरामद के लिए प्रयास शुरू कर दिए हैं, उधर लापता बच्चे के परिजनों ने पुलिस के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया।
अपर्हताओं में नाबालिग भी शामिल
मृतक के चाचा शुभम मिश्रा की तहरीर पर पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज की थी। इसी बीच परिजनों के शक के आधार पर चार लोगों को हिरासत में लेकर कड़ी पूछताछ की गई। इन्होंने बालक को मारकर शव नहर में फेंकने की बात कबूली। इसमें एक नाबालिग भी हिरासत में लिया गया है।
आरोपियों अंकुर त्रिवेदी (25) पुनीत शुक्ला (20), रिंकू मिश्रा (22) को गिरफ्तार किया गया है। वहीं, एक नबालिग जनपद लखीमपुर निवासी अभिषेक कुमार (17) को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है। सभी ने हत्या की बात कबूली है। घटना में शामिल वाहन को भी पुलिस ने कब्जे में लिया है। घरवालों ने पुलिस को बताया कि इन आरोपियों ने फोन से कोई अपहरण की सूचना नहीं दी थी।