डाकघर के माध्यम से सरकारी सेवाएं सहित अन्य सेवाएं दी जा रही हैं। ऐसी सेवाएं किसी मार्केटिंग कंपनी के सिस्टम में नही है जो डाकघर की सेवाओं में है। उस जमाने में डाकिया साइकिल एवं घुड़सवार के माध्यम से डाक वितरण के दौरान बहुत सी कठिनाईयों का सामना करता था तथा पूर्वी क्षेत्रों में पहाडों पर चढ़कर आप के घर संदेश पत्र भेजने का कार्य करता था। आज विश्वास के सेतु के रूप में ग्रामीण डाक सेवा कार्य कर रहे हैं। वर्तमान परिस्थितियों में डाकघर में आधुनिक टेक्नॉलोजी के दृष्टिगत अनेक परिवर्तन हुए हैं। मेरे लिये भावनात्मक पल था जब मैनें पहली बार डाक सेवा एवं संचार विभाग के माध्यम से जनसेवा के रूप में शुरूआत की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि डाक विभाग महत्वपूर्णं दिवस पर लोगों को हाथ से चिट्ठी लिखने के लिए प्रेरणा दे रहे हैं। जो भावना हाथ से लिखी चिट्ठी में होती है वह टाइप की हुयी चिट्ठी में नही होती है।
इसे पुर्नजीवित करना चाहिये। यह बात आज केन्द्रीय संचार एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा गुना प्रधान डाकघर एवं पासपोर्ट सेवा केन्द्र विस्तारीकरण भवन के लोकार्पण अवसर पर कही। इस अवसर पर प्रदेश के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग एवं जिले के प्रभारी मंत्री गोविन्द सिंह राजपूत उपस्थित रहे।आज डाक विभाग में नित नये बदलाव किये गये हैं। डाक घर के माध्यम से अनेक सुविधाएं दी जा रही हैं। पार्सल, डिलेवरी घर-घर करता है। इलेक्ट्रॉनिक मनीआर्डर, स्पीड पोस्ट, डाक जीवन बीमा, ग्रामीण डाक जीवन बीमा, पोस्ट ऑफिस पासपोर्ट सेवा केन्द्र आदि सुविधाओं के माध्यम से लोग लाभ ले रहे हैं। गुना में पासपोर्ट केन्द्र प्रारंभ होने से अब लोगों को भोपाल, ग्वालियर जाना नही पड़ेगा। गुना में अभी तक पासपोर्ट सेवा केन्द्र के माध्यम से 3000 से अधिक लोगों के पासपोर्ट बनाये गये हैं। देश में अभी 471 पासपोर्ट सेवा केन्द्र बने हैं, जिनके माध्यम से हर दिन 2.5 लाख से अधिक लोग पासपोर्ट बनवा रहे हैं। हमारा मोटो ‘डाक सेवा-जन सेवा है’, हमें गर्व होना चाहिये। इस वर्ष सरकार प्रदेश में 6 नये पासपोर्ट सेवा केन्द्र खोलने जा रही हैं।