- वन स्टॉप सेंटर से अब तक 2 लाख से अधिक महिलाओं को मिली सहायता
- महिलाओं को सुरक्षा के साथ आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ा रही सरकार
- महिला उत्थान को लेकर प्रतिबद्ध है योगी सरकार – बेबी रानी मौर्य
- महिला कल्याण को प्राथमिकता देते हुए सरकार कर रही प्रभावी कार्य – बेबी रानी मौर्य
लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार महिलाओं की सुरक्षा, सशक्तिकरण और आत्मनिर्भरता को लेकर निरंतर कार्य कर रही है। महिला एवं बाल विकास विभाग महिलाओं को सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक रूप से सशक्त बनाने के साथ ही उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से कई योजनाएं चला रहा है। योगी सरकार की महिला केंद्रित योजनाएं तेजी से महिलाओं को सुरक्षित और स्वावलंबी बना रही हैं।
महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और आत्मनिर्भरता सुनिश्चित करने के लिए राज्य में ‘वन स्टॉप सेंटर’ एक अहम पहल साबित हो रहा है। इन केंद्रों के माध्यम से अब तक 2 लाख से अधिक पीड़ित महिलाओं को सहायता दी जा चुकी है। घरेलू हिंसा, दहेज प्रथा, यौन उत्पीड़न, बाल विवाह, शोषण और लैंगिक भेदभाव से पीड़ित महिलाओं को यहां चिकित्सा, कानूनी सहायता, पुनर्वास और काउंसलिंग की सुविधा दी जा रही है।
इसके अलावा, राज्य सरकार ने 181 महिला हेल्पलाइन के माध्यम से 7 लाख से अधिक महिलाओं की सहायता की है। वहीं, प्रदेशभर में 1100 पिंक शौचालयों का निर्माण कर महिलाओं की सुविधा और गरिमा का ध्यान रखा गया है।
महिला सशक्तिकरण को लेकर बेबी रानी मौर्य का बयान
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर महिला कल्याण मंत्री बेबी रानी मौर्य ने वन स्टॉप सेंटर के रेस्क्यू वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण योगी सरकार की प्राथमिकता है। वन स्टॉप सेंटर महिलाओं के लिए सुरक्षा और संरक्षण का मजबूत आधार बन चुका है।
उन्होंने कहा, “महिला समाज की वह शक्ति है जो बदलाव ला सकती है। किसी भी चुनौती का सामना करने में महिलाएं पुरुषों से कम नहीं हैं। सरकार की सभी योजनाओं का लाभ हर जरूरतमंद महिला तक पहुंचाना हमारा संकल्प है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हमेशा महिलाओं के विकास को प्राथमिकता देते आए हैं, और उनकी सरकार पूरी प्रतिबद्धता के साथ महिला सशक्तिकरण के लिए कार्य कर रही है।”
महिलाओं की आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ते कदम
महिला कल्याण और बाल विकास विभाग मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशानुसार महिलाओं के हित में योजनाओं को प्रभावी रूप से लागू कर रहा है, जिससे अधिक से अधिक महिलाओं को लाभ मिल सके।
सरकार निराश्रित महिलाओं को आर्थिक सहायता देने के लिए उन्हें हर महीने 1000 रुपये की पेंशन प्रदान कर रही है, जिससे 34.14 लाख महिलाएं लाभान्वित हो रही हैं। इसके अलावा, हिंसा से पीड़ित और असहाय महिलाओं को सहारा देने के लिए आश्रय गृहों की सुविधा दी जा रही है, जो उन्हें आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।
‘मिशन शक्ति अभियान’ और ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ योजना के तहत महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा और संरक्षण के लिए विभिन्न स्तरों पर प्रयास किए जा रहे हैं। घरेलू हिंसा, बाल विवाह, यौन शोषण, दहेज प्रथा और लैंगिक समानता के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए घर-घर अभियान चलाए जा रहे हैं।
इन प्रयासों से महिलाएं न केवल अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हो रही हैं, बल्कि सशक्त होकर आत्मनिर्भर बनने की दिशा में भी आगे बढ़ रही हैं। योगी सरकार के ये प्रयास महिलाओं को हर क्षेत्र में मजबूती प्रदान कर रहे हैं और उन्हें स्वावलंबन की राह पर आगे बढ़ा रहे हैं।





