झारखंड में इस साल के अंत तक विधानसभा का चुनाव होना है। इससे पहले राज्य की सियासत गर्मा गई है। प्रदेश की मौजूदा सरकार में घमासान मचा हुआ है। पिछले कई दिनों से ऐसी खबरें आ रही हैं कि जेएमएम के वरिष्ठ नेता और प्रदेश के पूर्व सीएम चंपई सोरेन भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम सकते हैं। इन कयासों के बीच पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष और प्रदेश के मुख्यमंत्री हेमंत सोरने ने बड़ा बयान दिया है।
हेमंत सोरने ने क्या कहा?
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा, “ये लोग (विपक्षी) गुजरात, असम, महाराष्ट्र से लोगों को लाकर यहां के पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक लोगों के ऊपर जहर बोने का काम करते हैं और एक दूसरे से लड़वाने का काम करते हैं। समाज छोड़िए, ये लोग घर भी फोड़ देते हैं और पार्टी तोड़ने का काम करते हैं। आए दिन विधायकों को खरीदते रहते हैं।”
सोरेन यहीं नहीं रूके उन्होंने आगे कहा, “पैसा ऐसा चीज है कि नेता लोगों को इधर से उधर जाने में देर नहीं लगती। खैर कोई बात नहीं… हमारे इंडिया गठबंधन की सरकार 2019 से निरंतर जनता के बीच में खड़ी है।”
संगठन को क्षति पहुंचाने का मेरा कोई इरादा नहीं- चंपई सोरेन
दिल्ली दौरे के बाद चंपई सोरेन ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए स्पष्ट रूप से अपना पक्ष रखा और कहा, एक बात और, यह मेरा निजी संघर्ष है इसलिए इसमें पार्टी के किसी सदस्य को शामिल करने अथवा संगठन को किसी प्रकार की क्षति पहुंचाने का मेरा कोई इरादा नहीं है। जिस पार्टी को हमने अपने खून-पसीने से सींचा है, उसका नुकसान करने के बारे में तो कभी सोच भी नहीं सकते।