14 अगस्त की रात कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल परिसर में भीड़ घुस गई। भीड़ ने संपत्ति को नुकसान पहुंचाया शुरू किया तो सुरक्षा कर्मियों को भी अपनी सुरक्षा के लिए छिपना पड़ा। देर रात रेजिडेंट डॉक्टर अपने – अपने कमरों में बंद रहे। आरोप लगाया जा रहा है कि, क्राइम सीन पर सबूतों से साथ छेड़छाड़ करने के लिए ऐसा किया गया। हालांकि पुलिस ने इसे नकारते हुए कहा कि ‘क्राइम ऑफ़ सीन सेमिनार रूम है जो पूरी तरह सुरक्षित है और उसे छुआ तक नहीं गया है। झूठी खबरें न फैलाएँ। हम कानूनी कार्रवाई करेंगे। इस मामले में प्रदेश की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बयान दिया है और कहा है कि इसके पीछे विपक्षी पार्टियों का हाथ है। आइए जानते हैं उन्होंने क्या कहा…
वाम और राम एकत्रित होकर यह कर रहे हैं
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, “जहां तक मुझे जानकारी मिली है, मैं छात्रों को दोष नहीं दूंगी। वाम और राम एकत्रित होकर यह कर रहे हैं। घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है, हम अभी भी कहते हैं कि फांसी होनी चाहिए। हमने सारे दस्तावेज दे दिए हैं, जो भी लीक हो रहा है, जब तक हमारी पुलिस जांच कर रही थी, तब तक कुछ भी लीक नहीं हुआ। मेरी और बंगाल के लोगों की संवेदनाएं पीड़ित परिवार के साथ हैं। यह बहुत बड़ा अपराध है, इसकी एकमात्र सजा फांसी है, अगर अपराधी को फांसी होगी तभी लोगों को इससे सबक मिलेगा लेकिन किसी निर्दोष को सजा नहीं मिलनी चाहिए।”
#WATCH कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, "जहां तक मुझे जानकारी मिली है, मैं छात्रों को दोष नहीं दूंगी… वाम और राम एकत्रित होकर यह कर रहे हैं… घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है, हम अभी भी कहते हैं कि फांसी होनी चाहिए… हमने सारे दस्तावेज दे दिए हैं, जो भी… pic.twitter.com/NFYCUWYb9w
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 15, 2024
वे बाहर के लोग हैं- सीएम ममता
सीएम ममता बनर्जी ने आगे कहा, “कल आरजी कर में जो क्षति हुई है जिन्होंने यह तांडव किया है वे आरजी कर के छात्र आंदोलन से जुड़े नहीं हैं, वे बाहर के लोग हैं, मैंने जितनी वीडियो देखी है, उसमें किसी के हाथ में राष्ट्रीय ध्वज हैं वे भाजपा के लोग हैं, और कुछ लोगों के हाथ में सफेद लाल झंडे हैं। कल पुलिस पर भी आक्रमण हुआ। पुलिस के लोगों पर बहुत आक्रमण हुआ लेकिन मैं उन्हें साधुवाद देना चाहूंगी कि उन्होंने धीरज नहीं खोया, उन्होंने शांति के लिए किसी को चोट नहीं पहुंचाई। अब केस हमारे हाथ में नहीं हैं CBI के हाथ में हैं, आपको कुछ बोलना है तो CBI को बोलें, हमें कोई आपत्ति नहीं हैं।”