BY: VIJAY NANDAN
भोपाल। मध्य प्रदेश बीजेपी को जल्द ही नया प्रदेश अध्यक्ष मिलने जा रहा है। मौजूदा अध्यक्ष वीडी शर्मा का कार्यकाल 2023 में ही समाप्त हो गया था, लेकिन 2024 के लोकसभा चुनावों को देखते हुए उन्हें लगातार कार्यकाल विस्तार मिलता रहा। अब पार्टी नए नेतृत्व की तलाश में है और 1 जुलाई से इस प्रक्रिया की विधिवत शुरुआत हो रही है।
पार्टी सूत्रों के अनुसार, 1 जुलाई को अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल किए जाएंगे और 2 जुलाई को भोपाल में होने वाली बीजेपी कार्यसमिति की बैठक में नए प्रदेश अध्यक्ष के नाम पर मुहर लग सकती है। केंद्रीय नेतृत्व ने संगठनात्मक चुनावों की जिम्मेदारी केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को सौंपी है। वे 1 जुलाई को भोपाल पहुंचेंगे और पूरे चुनावी घटनाक्रम की निगरानी करेंगे।
आदिवासी या महिला चेहरा बन सकता है बीजेपी का नया चेहरा
सूत्रों के मुताबिक, इस बार बीजेपी कुछ अलग और रणनीतिक प्रयोग करने की तैयारी में है। पार्टी आदिवासी वर्ग या महिला नेतृत्व को प्राथमिकता देने पर गंभीरता से विचार कर रही है। ऐसा इसलिए क्योंकि मौजूदा संगठन संरचना में सामान्य, ओबीसी, ब्राह्मण और अनुसूचित जाति वर्गों का समुचित प्रतिनिधित्व पहले से ही मौजूद है।
वर्तमान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ओबीसी वर्ग से आते हैं, वहीं दो उपमुख्यमंत्री—राजेन्द्र शुक्ल (ब्राह्मण) और जगदीश देवड़ा (अनुसूचित जाति) हैं। ऐसे में संगठन अब आदिवासी या महिला नेतृत्व को सामने लाकर सामाजिक संतुलन साधने की कोशिश में है।

दो नाम सबसे आगे: हेमंत खंडेलवाल और दुर्गादास उइके
प्रदेश अध्यक्ष पद की दौड़ में दो नाम सबसे अधिक चर्चा में हैं:
- हेमंत खंडेलवाल – बैतूल से विधायक, वैश्य वर्ग से आते हैं। इन्हें मुख्यमंत्री मोहन यादव और संघ का समर्थन प्राप्त है, जिससे इनकी दावेदारी काफी मजबूत मानी जा रही है।
- दुर्गादास उइके – बैतूल से सांसद और केंद्रीय राज्य मंत्री हैं। गोंड समाज से आते हैं जो प्रदेश की 22% आदिवासी आबादी का एक बड़ा हिस्सा है। आदिवासी वर्ग को प्रतिनिधित्व देने की रणनीति में इनका नाम सबसे प्रमुखता से सामने आ रहा है।

महिला चेहरों पर भी मंथन
पार्टी महिला सशक्तिकरण को लेकर भी गंभीर है। ऐसे में महिला नेतृत्व के लिए दो नामों पर मंथन हुआ है:
- अर्चना चिटनीस – पूर्व मंत्री और बुरहानपुर से विधायक।
- रंजना बघेल – वरिष्ठ आदिवासी नेता, पूर्व मंत्री और संगठन में उपाध्यक्ष भी रह चुकी हैं।
सूत्रों के अनुसार, 2028 के विधानसभा चुनाव में महिला आरक्षण लागू हो सकता है, साथ ही नए परिसीमन की संभावना को देखते हुए पार्टी किसी अनुभवी महिला चेहरे को भी सामने ला सकती है।
वर्गवार दावेदारों की सूची
बीजेपी ने प्रदेश अध्यक्ष के लिए जातिगत और क्षेत्रीय संतुलन को ध्यान में रखते हुए संभावित दावेदारों की सूची तैयार की है:
- ब्राह्मण वर्ग: डॉ. नरोत्तम मिश्रा, राजेन्द्र शुक्ल, रामेश्वर शर्मा
- वैश्य वर्ग: हेमंत खंडेलवाल, सुधीर गुप्ता
- क्षत्रिय वर्ग: अरविंद भदौरिया, बृजेन्द्र प्रताप सिंह
- अनुसूचित जाति: प्रदीप लारिया, लाल सिंह आर्य, हरिशंकर खटीक
- अनुसूचित जनजाति: दुर्गादास उइके, गजेन्द्र पटेल, फग्गन सिंह कुलस्ते, सुमेर सिंह सोलंकी
फैसला शीर्ष नेतृत्व के हाथ में
हालांकि, अंतिम निर्णय बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व को ही लेना है। 1 जुलाई को नामांकन प्रक्रिया के दौरान ही साफ हो जाएगा कि किसके पक्ष में हवा बह रही है, और 2 जुलाई को कार्यसमिति की बैठक में नए प्रदेश अध्यक्ष के नाम की औपचारिक घोषणा होने की पूरी संभावना है।
बीजेपी संगठन से जुड़े सभी नेता इस अहम बदलाव को लेकर पूरी तरह से सक्रिय हैं और पार्टी एक बार फिर अपने ‘नए प्रयोगों की सफलता’ को दोहराने की दिशा में बढ़ रही है।
🗓 मुख्य तिथियाँ:
- 1 जुलाई: नामांकन प्रक्रिया, धर्मेंद्र प्रधान का भोपाल दौरा
- 2 जुलाई: कार्यसमिति की बैठक, संभावित घोषणा
अब देखना दिलचस्प होगा कि पार्टी इस बार परंपरागत दावेदारों में से किसी को चुनती है या कोई चौंकाने वाला फैसला लेकर नया इतिहास रचती है।