by: vijay nandan
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय कानूनी समुदाय का केंद्र बनी, जहाँ विश्व के मुख्य न्यायाधीशों का 26वां अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया गया। सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (CMS) के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में हुए इस विशाल आयोजन में 52 देशों से 160 से अधिक मुख्य न्यायाधीश, न्यायाधीश और विधि विशेषज्ञ शामिल हुए।

ग्लोबल ज्यूडिशरी का बड़ा संगम
सम्मेलन में रवांडा, मॉरीशस, लेसोथो, दक्षिण सूडान, त्रिनिदाद और टोबैगो सहित कई देशों के शीर्ष न्यायाधीशों ने हिस्सा लेकर आयोजन को वैश्विक महत्व प्रदान किया। मुख्य फोकस विश्व शांति, न्याय की सार्वभौमिक उपलब्धता और भविष्य की पीढ़ियों के सुरक्षित भविष्य के लिए एक साझा न्यायिक दिशा तय करना रहा।
#WATCH | Lucknow: While addressing the 26th International Conference of Chief Justices of the World, Uttar Pradesh CM Yogi Adityanath says, "…Whatever challenges the world is facing today, be it climate change, cybersecurity, or terrorism, if any country or society is turning a… https://t.co/72ok2pNMMf pic.twitter.com/0qXJ504ESp
— ANI (@ANI) November 21, 2025
सीएम योगी आदित्यनाथ ने दिया ‘वैश्विक न्याय’ का संदेश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में भारत की समग्र मानवता की भावना ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ को केंद्र में रखते हुए कहा कि न्याय व्यवस्था दुनिया को जोड़ने की महत्वपूर्ण शक्ति है। उन्होंने भारतीय संविधान के अनुच्छेद 51 का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत सदैव अंतरराष्ट्रीय शांति, सुरक्षा और सहयोग को मजबूती देने के लिए प्रतिबद्ध रहा है। सीएम योगी ने जलवायु परिवर्तन, आतंकवाद, मानवाधिकार उल्लंघन और तेजी से बदलती वैश्विक चुनौतियों पर चर्चा करते हुए कहा कि “वैश्विक न्याय तभी सुनिश्चित होगा, जब सभी देश मिलकर न्याय-आधारित समाधान तैयार करें। उन्होंने न्यायपालिका को भयमुक्त, सुरक्षित और समतामूलक समाज निर्माण की आधारशिला बताया। विदेशी प्रतिनिधियों ने की भारतीय मॉडल की प्रशंसा की। सम्मेलन के विभिन्न सत्रों में प्रतिनिधियों ने बच्चों के अधिकार, पर्यावरण संरक्षण, न्याय तक समान पहुंच (Access to Justice) अंतरराष्ट्रीय कानून के बेहतर क्रियान्वयन जैसे मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की। विदेशी मेहमानों ने उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक





