उत्तराखंड में चल रही चारधाम यात्रा एक बार फिर प्रकृति के प्रकोप की चपेट में आ गई है। भारी बारिश और एक हेलिकॉप्टर हादसे ने केदारनाथ यात्रा को गंभीर रूप से प्रभावित कर दिया है। प्रशासन ने यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए पैदल यात्रा और हवाई सेवाओं को अस्थायी रूप से रोक दिया है।
मूसलाधार बारिश ने तोड़ा यात्रा का क्रम
14 जून की रात से शुरू हुई मूसलाधार बारिश ने केदारनाथ जाने वाले मार्ग को तबाह कर दिया।
जंगलचट्टी के पास एक गधेरे (छोटी नदी) के उफान के कारण भारी मलबा और चट्टानें पैदल मार्ग पर आ गिरीं, जिससे रास्ता पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया।
- प्रभावित क्षेत्र: जंगलचट्टी
- मुख्य कारण: गधेरे में अचानक आया उफान
- परिणाम: मलबा और पत्थरों से पैदल मार्ग बाधित
रुद्रप्रयाग पुलिस के अनुसार, सोनप्रयाग से केदारनाथ धाम तक की पैदल यात्रा अगले आदेश तक स्थगित कर दी गई है।
श्रद्धालुओं के लिए प्रशासन की अपील
रुद्रप्रयाग पुलिस ने सोशल मीडिया के माध्यम से यात्रियों से निवेदन किया है:
- जहाँ हैं, वहीं सुरक्षित स्थान पर रुकें
- धर्मशालाओं, होटलों या सुरक्षित शिविरों में आश्रय लें
- स्थिति सामान्य होने तक यात्रा न करें
इसके साथ ही पुलिस ने बताया कि जिन श्रद्धालुओं ने पहले ही यात्रा शुरू कर दी थी, उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जा रही है।
NDRF और SDRF की टीमें मौके पर मौजूद हैं और यात्रियों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने में लगी हैं।
हेलिकॉप्टर हादसा: 7 की दर्दनाक मौत
रविवार सुबह रुद्रप्रयाग में एक बड़ा हादसा सामने आया। चारधाम यात्रा के दौरान हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया, जिसमें 7 यात्रियों की मौत हो गई।
मारे गए यात्रियों में एक बच्ची भी शामिल थी।
- सेवा प्रभाव: हेलिकॉप्टर सेवाएं दो दिनों के लिए निलंबित
- स्थान: रुद्रप्रयाग ज़िला
- मृतक संख्या: 7
प्रशासन ने हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं, और साथ ही हेलिकॉप्टर सेवाएं भी फिलहाल बंद कर दी गई हैं।
यात्रा से जुड़ी मौजूदा स्थिति एक नज़र में
सुविधा | स्थिति |
---|---|
पैदल यात्रा | अगली सूचना तक स्थगित |
हेलिकॉप्टर सेवा | 2 दिनों के लिए निलंबित |
सुरक्षा प्रबंध | NDRF और SDRF टीमें तैनात |
प्रशासन की सलाह | सुरक्षित स्थान पर रुकें, निर्देशों का पालन करें |
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सतर्क रहें, सुरक्षित रहें
केदारनाथ यात्रा की महत्ता धार्मिक और भावनात्मक दोनों ही दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण है, लेकिन प्राकृतिक आपदाओं के चलते सुरक्षा सर्वोपरि है। श्रद्धालुओं से अपील है कि वे प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और मौसम की जानकारी लेते रहें।