क्रिकेट का महाकुम्भ कहलाने वाला इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) न सिर्फ खेल प्रेमियों के लिए एक बड़ा मनोरंजन है, बल्कि यह एक विशाल बिजनेस मॉडल भी है। हर साल आईपीएल अरबों रुपये कमाता है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आईपीएल पैसे कैसे कमाता है?
इस आर्टिकल में हम विस्तार से जानेंगे कि IPL की कमाई के मुख्य स्रोत क्या हैं और यह टूर्नामेंट इतना लाभदायक कैसे बन गया है।
1. आईपीएल का बिजनेस मॉडल
आईपीएल सिर्फ एक क्रिकेट टूर्नामेंट नहीं, बल्कि एक पूरा उद्योग (Industry) है। इसमें टीमें, ब्रॉडकास्टर्स, स्पॉन्सर्स और फैंस सभी शामिल होते हैं, जो मिलकर इसकी आर्थिक सफलता को बढ़ावा देते हैं।
1.1 आईपीएल की मुख्य कमाई के स्रोत
आईपीएल की कमाई के प्रमुख स्रोत निम्नलिखित हैं:
- मीडिया राइट्स (TV & Digital Broadcasting)
- स्पॉन्सरशिप डील्स
- टीम की मर्चेंडाइजिंग और टिकट सेल्स
- ब्रांड एंडोर्समेंट्स
- आईपीएल की फ्रेंचाइजी मॉडल से कमाई
चलिए, अब इन सभी पॉइंट्स को डिटेल में समझते हैं।
2. मीडिया राइट्स: आईपीएल की सबसे बड़ी कमाई
आईपीएल की सबसे बड़ी कमाई टीवी और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर ब्रॉडकास्टिंग राइट्स से होती है।
2.1 स्टार स्पोर्ट्स और जियो सिनेमा की डील
- 2023-2027 के लिए, वायकॉम 18 (Jio Cinema) और डिज्नी स्टार (Star Sports) ने आईपीएल के मीडिया राइट्स 48,390 करोड़ रुपये में खरीदे।
- यह दुनिया का दूसरा सबसे महंगा स्पोर्ट्स लीग बन गया है (पहले नंबर पर NFL है)।
2.2 डिजिटल राइट्स की बढ़ती महत्ता
- पहले सिर्फ TV ब्रॉडकास्टिंग से कमाई होती थी, लेकिन अब OTT प्लेटफॉर्म्स (जैसे Jio Cinema, Hotstar) ने इसे और बढ़ा दिया है।
- 2023 में Jio Cinema ने आईपीएल को फ्री में स्ट्रीम किया, जिससे उन्हें बड़े स्पॉन्सर्स मिले।
3. स्पॉन्सरशिप डील्स: ब्रांड्स की जंग
आईपीएल में कंपनियां करोड़ों रुपये खर्च करके अपने ब्रांड को प्रमोट करती हैं।
3.1 टाइटल स्पॉन्सर
- 2023-2027 तक टाटा ग्रुप आईपीएल का टाइटल स्पॉन्सर है, जिसने 2,500 करोड़ रुपये की डील की।
- पहले Vivo, DLF, Pepsi जैसी कंपनियां भी टाइटल स्पॉन्सर रह चुकी हैं।
3.2 अंडरव्राइटिंग और ऑन-ग्राउंड स्पॉन्सरशिप
- मैच के दौरान बाउंड्री रोप, हेलमेट, स्क्रीन पर लगे लोगो से भी कमाई होती है।
- Paytm, CRED, Dream11 जैसी कंपनियां अंडरव्राइटिंग स्पॉन्सर बनती हैं।
4. टिकट सेल्स और मर्चेंडाइजिंग
4.1 स्टेडियम टिकट से कमाई
- हर मैच में 30,000-70,000 दर्शक आते हैं, जिनसे टिकट सेल्स से करोड़ों की कमाई होती है।
- VIP बॉक्स और प्रीमियम सीट्स से ज्यादा पैसा आता है।
4.2 मर्चेंडाइजिंग (जर्सी, कैप, सामान)
- फैंस टीम की जर्सी, कैप, स्टिकर खरीदते हैं, जिससे फ्रेंचाइजी टीमों को फायदा होता है।
- RCB, CSK, MI जैसी टीमों की मर्चेंडाइजिंग से सालाना 100-200 करोड़ की कमाई होती है।

5. फ्रेंचाइजी मॉडल: टीमों की कमाई
आईपीएल की सभी टीमें अलग-अलग बिजनेस ग्रुप्स के मालिकाना हक में हैं।
5.1 टीम की वैल्यूएशन
- Mumbai Indians (MI) की वैल्यू $1.3 बिलियन (10,000+ करोड़) है।
- Chennai Super Kings (CSK) की वैल्यू $1.15 बिलियन है।
5.2 टीमों की कमाई के स्रोत
- सेंट्रल पूल (BCCI से मिलने वाला हिस्सा)
- स्पॉन्सरशिप और ब्रांड डील्स
- टिकट और मर्चेंडाइजिंग
6. निष्कर्ष: आईपीएल एक मल्टी-बिलियन डॉलर इंडस्ट्री
आईपीएल ने क्रिकेट को बिजनेस बना दिया है। मीडिया राइट्स, स्पॉन्सरशिप, टिकट और मर्चेंडाइजिंग से यह हर साल हजारों करोड़ रुपये कमाता है।
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