BY: Yoganand Shrivastav
संयुक्त राष्ट्र, कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिए गए कड़े संदेश ने केवल पाकिस्तान ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी चिंता की लहर फैला दी है। विशेष रूप से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) ने दक्षिण एशिया में बढ़ते तनाव को गंभीरता से लेते हुए एक आपात बैठक बुलाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
यूएनएससी अध्यक्ष का बयान
यूएनएससी के नए अध्यक्ष और संयुक्त राष्ट्र में यूनान के स्थायी प्रतिनिधि इवेंजेलोस सेकेरिस ने कहा कि भारत और पाकिस्तान जैसे परमाणु संपन्न देशों के बीच बिगड़ते हालात चिंताजनक हैं। उन्होंने बताया कि अगर इस मुद्दे पर कोई औपचारिक अनुरोध आता है, तो सुरक्षा परिषद जल्दी ही इस पर विचार कर बैठक बुला सकती है। उनका कहना था कि बैठक का उद्देश्य तनाव को कम करना और कूटनीतिक समाधान तलाशना होगा।
पहली बार अध्यक्ष पद पर बोले सेकेरिस
सेकेरिस ने यूएन संवाददाताओं को बताया कि मई महीने के लिए यूएनएससी की अध्यक्षता यूनान के पास है, और यह उनका अध्यक्ष पद संभालने का पहला दिन है। उन्होंने कहा, “हम इस मसले को गंभीरता से देख रहे हैं और ज़रूरत पड़ने पर बैठक जल्द हो सकती है। हम तैयार हैं और सभी पक्षों के संपर्क में हैं।”
आतंकवाद पर यूएनएससी की कड़ी प्रतिक्रिया
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले की निंदा करते हुए इसे “जघन्य अपराध” बताया है। UNSC ने सभी प्रकार के आतंकवाद की निंदा करते हुए भारत, नेपाल और पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। सेकेरिस ने स्पष्ट किया कि “हम आतंकवाद के किसी भी स्वरूप को स्वीकार नहीं करते, चाहे वह कहीं भी हो।”
भारत सुरक्षा परिषद का अस्थायी सदस्य
गौरतलब है कि भारत फिलहाल संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का अस्थायी सदस्य है और पाकिस्तान की ओर से प्रायोजित सीमा पार आतंकवाद लंबे समय से भारत की चिंता का विषय रहा है। अब, पहलगाम हमले के बाद प्रधानमंत्री मोदी के जवाबी कार्रवाई के संकेतों ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भी सतर्क कर दिया है।