भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर तनाव कम हुआ है, लेकिन क्या यह शांति दोनों देशों की अर्थव्यवस्था को प्रभावित करेगी? रेटिंग एजेंसियों ने चेतावनी दी थी कि लंबे संघर्ष से पाकिस्तान की आर्थिक स्थिरता खतरे में पड़ सकती है। लेकिन आज के आंकड़े क्या कहते हैं?
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चलिए, 5 प्रमुख आर्थिक संकेतकों के आधार पर तुलना करते हैं:
1. GDP विकास दर: भारत की बढ़त साफ
- भारत: 2025 में भारत की GDP विकास दर 6.4% रही, जबकि कुल GDP $4.19 ट्रिलियन तक पहुँच गया। (स्रोत: IMF)
- पाकिस्तान: पाकिस्तान की विकास दर महज 2.6%, और उसकी कुल GDP $373 बिलियन ही है।
- तुलना: भारत की अर्थव्यवस्था पाकिस्तान से 10 गुना बड़ी है।
2. प्रति व्यक्ति आय: भारतीय ज्यादा कमाते हैं
- भारत: प्रति व्यक्ति आय $12,130 (लगभग ₹10 लाख)।
- पाकिस्तान: प्रति व्यक्ति आय $6,950 (लगभग ₹5.8 लाख)।
- तुलना: भारतीय औसतन 70% ज्यादा कमाते हैं।
3. महंगाई: पाकिस्तान में मुसीबत
- भारत: महंगाई दर 4.2%, RBI के टार्गेट के करीब।
- पाकिस्तान: 2024 में महंगाई 23.4% थी, जो 2025 में 5.1% पर आई, लेकिन अभी भी अस्थिर है।
- तुलना: भारत में मैक्रोइकॉनॉमिक स्थिरता बेहतर।
4. जनसंख्या और बेरोजगारी
- भारत:
- जनसंख्या: 1.45 अरब
- बेरोजगारी दर: 4.9% (2020 में 8.7% थी)
- पाकिस्तान:
- जनसंख्या: 24 करोड़
- बेरोजगारी दर: 8% (2020 में 6.6% थी)
- तुलना: भारत में रोजगार की स्थिति सुधरी, जबकि पाकिस्तान में बिगड़ी।
5. विदेशी मुद्रा भंडार: भारत का दबदबा
- भारत: फॉरेक्स रिजर्व $686 बिलियन (हाल में थोड़ी गिरावट)।
- पाकिस्तान: रिजर्व $15 बिलियन से कम, जो अक्सर IMF के भरोसे टिका रहता है।
- तुलना: भारत के पास व्यापार और निवेश की ज्यादा आजादी।
निष्कर्ष: पाकिस्तान पिछड़ता जा रहा है
पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था कर्ज़, राजनीतिक अस्थिरता और आईएमएफ के सहारे चल रही है, जबकि भारत तेज गति से बढ़ रहा है। अगर यही ट्रेंड रहा, तो आने वाले सालों में यह अंतर और बढ़ेगा।