BY: MOHIT JAIN
भारत ने अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में दूतावास शुरू करने का आधिकारिक ऐलान किया है। नई दिल्ली के हैदराबाद हाउस में अफगानिस्तान के विदेश मंत्री आमिर खान मुताकी से बैठक में विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने इसकी घोषणा की। जयशंकर ने बैठक के दौरान अफगानिस्तान के संप्रभुता का समर्थन किया और कहा कि भारत हमेशा अफगानिस्तान का साथ देता रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि अफगानिस्तान ने हाल ही में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत का समर्थन किया और हालिया पहलगाम हमले की निंदा की।

उच्चायोग से दूतावास तक का कदम
अफगानिस्तान में अभी तक रूस और पाकिस्तान जैसे देशों का दूतावास है, जबकि भारत का वहां उच्चायोग है। तालिबान शासन के आने के बाद भारत ने साइलेंट मोड अपनाया था, लेकिन अब उच्चायोग को दूतावास में बदलने का निर्णय लिया गया है। जयशंकर ने कहा कि भारत अफगानिस्तान में विकास और मानवीय सहायता के काम को जारी रखेगा और पहले से घोषित प्रोजेक्ट्स को भी फिर से शुरू करेगा। इसके अलावा, भारत ने अफगानिस्तान को 20 एंबुलेंस देने की घोषणा की।
सुरक्षा और सहयोग पर चर्चा
बैठक में क्रॉस-बॉर्डर आतंकवाद और सुरक्षा मुद्दों पर भी बातचीत हुई। मुताकी ने कहा कि अफगानिस्तान हमेशा भारत के साथ खड़ा रहेगा और भारत के खिलाफ किसी भी साजिश की अनुमति नहीं देगा। मुताकी तालिबान शासन के पहले विदेश मंत्री हैं, जो नई दिल्ली आए हैं। इस दौरान उन्होंने पहले तालिबान लीडर अखुंजदा से भी मुलाकात की थी। भारत का यह कदम दोनों देशों के बीच कूटनीतिक संबंधों को मजबूती देने और क्षेत्रीय स्थिरता सुनिश्चित करने की दिशा में अहम माना जा रहा है।
Opening remarks at my meeting with Afghan FM Muttaqi, in New Delhi.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) October 10, 2025
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