Mohit Jain
नेपाल के बाद अब अमेरिका के पड़ोसी देश मेक्सिको में जेन-जेड आंदोलन ने सरकार को चुनौती दी। बढ़ते अपराध, भ्रष्टाचार और ड्रग कार्टलों के खिलाफ शनिवार को हजारों युवा सड़कों पर उतरे। प्रदर्शन मुख्य रूप से राष्ट्रपति क्लाउडिया शेनबाउम की सुरक्षा नीतियों और ड्रग कार्टलों के प्रति नरमी के खिलाफ किया गया। मिशोआकान राज्य में मेयर कार्लोस मंज़ो की हत्या के बाद आंदोलन को और गति मिली।

विपक्ष और सोशल मीडिया का समर्थन
जेन-जेड आंदोलन को विपक्षी दलों और विभिन्न आयु वर्ग के नेताओं का समर्थन मिला। सोशल मीडिया के जरिए आंदोलन ने तेजी पकड़ी। पूर्व राष्ट्रपति विसेंट फॉक्स और अरबपति रिकार्डो सेलिनास प्लीगो ने भी समर्थन संदेश साझा किए।
झड़प और गिरफ्तारियां
प्रदर्शन शांतिपूर्ण शुरू हुआ, लेकिन बाद में कुछ युवाओं और पुलिस के बीच झड़पें हुईं। पत्थर, पटाखे और लाठियां चले, पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया। झड़प में कुल 120 लोग घायल हुए, जिनमें 100 पुलिसकर्मी शामिल हैं। 20 प्रदर्शनकारी गिरफ्तार किए गए।
जेन-जेड आंदोलन की वैश्विक पहचान
जेन-जेड यानी 1990 के अंत और 2010 के शुरुआती वर्षों में जन्मे युवा असमानता, भ्रष्टाचार और लोकतांत्रिक पतन के खिलाफ कई देशों में सड़कों पर उतर रहे हैं। नेपाल में इसी साल सितंबर में हुए प्रदर्शन के बाद प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को इस्तीफा देना पड़ा था। मेक्सिको में युवा सरकार को ‘नार्को-स्टेट’ कहकर निशाना बना रहे हैं।





