अगर आप अक्सर हाईवे पर सफर करते हैं तो यह खबर आपके लिए है। केंद्र सरकार जल्द ही टोल कलेक्शन सिस्टम में बड़ा बदलाव करने जा रही है। इसके तहत FASTag यूज़र्स को एक बार भुगतान करने पर साल भर अनलिमिटेड यात्रा की सुविधा मिल सकती है।
इस नई टोल पॉलिसी का उद्देश्य है:
- टोल प्लाज़ा को खत्म करना
- ट्रैफिक जाम से राहत
- और यात्रियों को एक सहज अनुभव देना
🛣️ क्या है नई टोल पॉलिसी का प्रस्ताव?
सरकार की योजना के अनुसार FASTag यूज़र्स को दो तरह के भुगतान विकल्प मिल सकते हैं:
✅ 1. वार्षिक FASTag पास (एक बार का भुगतान)
- साल में सिर्फ ₹3000 का एकमुश्त भुगतान
- पूरे साल में अनलिमिटेड यात्रा की सुविधा:
- नेशनल हाईवे
- स्टेट एक्सप्रेसवे
- और अन्य टोल सड़कों पर
- कोई अतिरिक्त दस्तावेज़ नहीं चाहिए
- मौजूदा FASTag अकाउंट से ही काम चलेगा
ℹ️ ध्यान दें: पहले जो ₹30,000 का लाइफटाइम FASTag प्रस्तावित था, उसे अब हटा दिया गया है।
✅ 2. डिस्टेंस बेस्ड फ्लैट रेट (प्रति 100 KM ₹50)
- जो लोग सालाना भुगतान नहीं करना चाहते, उनके लिए विकल्प
- प्रति 100 किलोमीटर ₹50 का फिक्स रेट
- वर्तमान टोल प्लाज़ा सिस्टम की जगह लेगा
- सरल और पारदर्शी शुल्क प्रणाली
🚧 अब नहीं लगेंगे टोल प्लाज़ा – आएगा सेंसर आधारित टोलिंग सिस्टम
सरकार की योजना में सबसे बड़ा बदलाव होगा – टोल प्लाज़ा का हटाया जाना।
यह कैसे काम करेगा:
- हाईवे पर लगेंगे सेंसर और ऑटोमैटिक डिटेक्शन सिस्टम
- जैसे ही वाहन सेंसर ज़ोन से गुजरेगा, FASTag से शुल्क कट जाएगा
- वाहन को रुकने या कतार में लगने की ज़रूरत नहीं
- यह प्रणाली अमेरिका और यूरोप जैसे देशों में पहले से लागू है
💰 कॉन्ट्रैक्टर्स को कैसे किया जाएगा मुआवज़ा?
इस नीति के लागू होने से मौजूदा टोल ऑपरेटर्स पर असर पड़ेगा। सरकार उन्हें मुआवज़ा देने की योजना पर भी काम कर रही है।
- डिजिटल ट्रैवल रिकॉर्ड के आधार पर भुगतान किया जाएगा
- एक सरकारी फॉर्मूला तय करेगा मुआवज़े की राशि
- Ministry of Road Transport & Highways (MoRTH) करेगी निगरानी
🏦 बैंक को मिलेंगी अतिरिक्त शक्तियां
टोल चोरी रोकने के लिए बैंक को भी नई ज़िम्मेदारियाँ दी जा सकती हैं:
- FASTag वॉलेट में न्यूनतम बैलेंस अनिवार्य किया जा सकता है
- ऑटोमैटिक पेनल्टी और कटौती प्रणाली लागू हो सकती है
- बैंक सीधे ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट से तालमेल में रहेंगे
📌 नई टोल पॉलिसी के संभावित लाभ
🔹 यात्रियों के लिए:
- टोल प्लाज़ा पर रुकना नहीं पड़ेगा
- समय और ईंधन की बचत
- यात्रा का खर्च पहले से तय
🔹 सरकार के लिए:
- पारदर्शिता और राजस्व वृद्धि
- भ्रष्टाचार में कमी
- टोल संग्रहण प्रणाली का डिजिटलीकरण
🔹 पर्यावरण के लिए:
- वाहनों की लाइन में खड़े रहने से होने वाला ध्वनि और वायु प्रदूषण कम
- कम ट्रैफिक = कम कार्बन उत्सर्जन
🗓️ यह नीति कब लागू होगी?
सरकार ने अभी इसकी अंतिम तारीख तय नहीं की है, लेकिन संभावनाएं हैं कि:
- पायलट प्रोजेक्ट्स कुछ राज्यों में जल्दी शुरू किए जाएंगे
- 2025 के अंत तक नीति पूरी तरह लागू हो सकती है
- MoRTH की ओर से जल्द ही आधिकारिक घोषणा होने की उम्मीद
📢 निष्कर्ष: यात्रा होगी और भी आसान और किफायती
सरकार की नई टोल नीति FASTag सिस्टम को स्मार्ट, सुविधाजनक और सस्ती बनाने की दिशा में बड़ा कदम है।
चाहे आप हर दिन ऑफिस जाते हों, फ्रिक्वेंट ट्रैवलर हों या ट्रांसपोर्टर, यह बदलाव आपके लिए फायदेमंद साबित होगा।
अब हर सफर होगा रुकावट रहित, जेब पर हल्का और समय की बचत वाला।