BY: Yoganand Shrivastva
ताइपे (ताइवान): ताइवान एक बार फिर भूकंप की तीव्र गतिविधि से कांप उठा। इस बार धरती में आए झटकों की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.9 दर्ज की गई। यह जानकारी अमेरिकी भूगर्भीय सर्वेक्षण और ताइवान के केंद्रीय मौसम विभाग ने साझा की है।
कहां था भूकंप का केंद्र?
भूकंप का केंद्र हुआलिएन शहर से लगभग 71 किलोमीटर दक्षिण में और धरती की सतह से करीब 31.1 किलोमीटर गहराई में स्थित था।
हुआलिएन, द्वीप के अन्य घनी आबादी वाले क्षेत्रों की तुलना में अपेक्षाकृत शांत और कम जनसंख्या वाला इलाका है। हालांकि राजधानी ताइपे में कई इमारतें भूकंप के कारण लगभग एक मिनट तक हिलती रहीं, जिससे लोगों में घबराहट फैल गई।
नुकसान की कोई खबर नहीं
अभी तक किसी भी तरह की जान-माल के नुकसान की कोई सूचना नहीं मिली है। राहत की बात यह है कि भूकंप के झटकों के बावजूद स्थिति सामान्य है। प्रशासनिक एजेंसियां स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।
ताइवान: भूकंप के लिहाज से संवेदनशील क्षेत्र
ताइवान भौगोलिक दृष्टि से एक भूकंपीय सक्रिय क्षेत्र में स्थित है। यहां भूकंप आना आम बात है।
- इससे पहले 9 अप्रैल 2025 को भी राजधानी ताइपे में 5.8 तीव्रता के झटके दर्ज किए गए थे।
- 21 सितंबर 1999 को ताइवान में अब तक का सबसे विनाशकारी भूकंप आया था जिसकी तीव्रता 7.7 थी और इसमें 2400 से अधिक लोग मारे गए थे।
- आंकड़ों के अनुसार, 1900 से 1991 तक हर साल औसतन 2200 भूकंप आए, जिनमें से 214 बड़े और खतरनाक थे।
- वहीं 1999 में रिकॉर्ड 49,919 झटके दर्ज किए गए थे, जो अब तक का सबसे अधिक रहा है।
भूकंप क्यों आते हैं?
धरती की बाहरी सतह कई कठोर टुकड़ों में बंटी होती है, जिन्हें टेक्टोनिक प्लेट्स कहा जाता है। ये प्लेट्स लगातार हिलती रहती हैं।
जब ये प्लेट्स आपस में टकराती हैं, एक-दूसरे के नीचे खिसकती हैं या किनारों से फिसलती हैं, तो धरती के अंदर जमा ऊर्जा अचानक बाहर निकलती है। यह ऊर्जा धरती को झकझोरती है और भूकंप का कारण बनती है।