गुरुग्राम और दिल्ली के बीच सफर करने वालों के लिए बड़ी राहत की खबर है। द्वारका एक्सप्रेसवे पर बनी दो महत्वपूर्ण टनल सोमवार से 24 घंटे के लिए यातायात के लिए खोल दी गई हैं।
अब मानेसर से दिल्ली एयरपोर्ट तक का सफर महज 35 मिनट में तय किया जा सकेगा, जो पहले भारी ट्रैफिक के चलते दो घंटे तक का हो जाता था। यह पहल दिल्ली-एनसीआर की ट्रैफिक समस्या को काफी हद तक कम करने वाली है।
क्या है योजना का मकसद?
- ट्रैफिक जाम से राहत दिलाना
- गुरुग्राम से दिल्ली एयरपोर्ट पहुंच आसान बनाना
- दिल्ली-जयपुर हाईवे पर लोड को कम करना
- समय और ईंधन दोनों की बचत सुनिश्चित करना
कौन-कौन सी टनल शुरू हुई?
🔹 पहली टनल: 3.25 किमी लंबी
- स्थान: शिवमूर्ति, रजौकरी से यशोभूमि, द्वारका तक
- उद्देश्य: द्वारका की ओर सीधा संपर्क देना
🔹 दूसरी टनल: 2.5 किमी लंबी
- स्थान: हाईवे से दिल्ली एयरपोर्ट तक
- उद्देश्य: एयरपोर्ट तक तेज और बिना रुकावट की यात्रा
दोनों टनल साथ-साथ बनी हैं और ट्रैफिक को डायवर्ट करने में सक्षम हैं। यात्रियों को अब सरहौल बॉर्डर या महिपालपुर पर लगने वाले जाम से जूझना नहीं पड़ेगा।
तीसरी टनल का काम जारी
- लंबाई: लगभग 3 किमी
- लोकेशन: पेट्रोल पंप के पास से शुरू होकर एयरपोर्ट और द्वारका तक
- समाप्ति लक्ष्य: सितंबर 2025
- भविष्य कनेक्शन: बसंत कुंज की ओर बनने वाली टनल से जोड़ी जाएगी
यह टनल ट्रैफिक बंटवारे में प्रमुख भूमिका निभाएगी और द्वारका व एयरपोर्ट को हाईवे से जोड़ने में सहायक होगी।
क्यों जरूरी थीं ये टनल?
- दिल्ली-जयपुर हाईवे पर रोज़ाना 5 लाख वाहन चलते हैं
- गुड़गांव की ओर से आने वाला 12-लेन ट्रैफिक दिल्ली में 4 लेन में सिमटता है
- नतीजा: एयरपोर्ट, द्वारका और धौलाकुआं की ओर जाने वाली सड़कों पर भारी जाम
टनल के खुलने से यह ट्रैफिक बंटेगा और सड़कों पर दबाव कम होगा।
भविष्य में क्या होगा फायदा?
- हाईवे पर ट्रैफिक फ्लो स्मूथ होगा
- एयरपोर्ट, द्वारका और बसंत कुंज जाने वाले मार्ग सीधे जुड़ जाएंगे
- गुरुग्राम के प्रमुख जंक्शन जैसे:
- सरहौल टोल
- शंकर चौक
- इफको चौक
- उद्योग विहार क्षेत्र
इन पर ट्रैफिक दबाव में बड़ी कमी आएगी।
द्वारका एक्सप्रेसवे की यह टनल योजना राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में ट्रैफिक क्रांति साबित हो सकती है। जिन यात्रियों को अब तक रोजाना जाम में समय गंवाना पड़ता था, उनके लिए यह सुविधा गेमचेंजर बनने जा रही है। 2025 के अंत तक जब तीसरी टनल भी शुरू हो जाएगी, तब दिल्ली-गुरुग्राम कॉरिडोर भारत के सबसे स्मार्ट और तेज ट्रैफिक रूट्स में गिना जाएगा।