रिपोर्ट: सरताज हुसैन
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और संस्थापक सदस्य पूर्व सांसद छोटे सिंह यादव के निधन पर पूरे प्रदेश में शोक की लहर दौड़ गई है। शुक्रवार को लखनऊ के मेदांता अस्पताल में उनके निधन की सूचना मिलते ही पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं में गहरा दुख व्याप्त हो गया। शनिवार को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव फर्रुखाबाद पहुंचे और श्रद्धांजलि अर्पित कर परिजनों से मुलाकात की।
60 वर्षों तक समाजवाद की नींव को मजबूत किया
अखिलेश यादव ने कहा कि छोटे सिंह यादव ने नेताजी मुलायम सिंह यादव के साथ मिलकर समाजवादी विचारधारा को जमीन पर उतारा और उसे मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने पार्टी के लिए छह दशक तक कार्य किया और हमेशा संगठन के प्रति समर्पित रहे।
“यह सिर्फ एक नेता का निधन नहीं, बल्कि समाजवादी परिवार की बहुत बड़ी क्षति है,” अखिलेश ने कहा।
नेता नहीं, परिवार के सदस्य थे छोटे सिंह यादव
छोटे सिंह यादव का पार्थिव शरीर शुक्रवार रात उनके निवास मोहल्ला पल्ला लाया गया, जिसके बाद नेताओं और समाजसेवियों का तांता लग गया।
अखिलेश यादव शनिवार को यहां पहुंचे और करीब एक घंटे तक परिजनों के साथ रहे। उन्होंने शोक संतप्त परिवार को ढांढस बंधाया और कहा कि पार्टी उनके परिवार को आगे भी राजनीति में सहयोग और मार्गदर्शन देती रहेगी।
अहमदाबाद हादसे पर चिंता जताई, हवाई यात्रा को लेकर उठाए सवाल
अहमदाबाद विमान हादसे को लेकर अखिलेश यादव ने कहा कि
“इस दुर्घटना ने देशभर के यात्रियों को डर में डाल दिया है। लोग अब हवाई यात्रा से घबरा रहे हैं। इतने डॉक्टर, यात्री और क्रू मेंबर खो गए – यह राष्ट्रीय सुरक्षा और एविएशन सेक्टर के लिए चिंता का विषय है।”
उन्होंने यह भी कहा कि ऑपरेशन सिंदूर जैसे अभियानों में चूक कहां हुई, इसकी जानकारी जनता को मिलनी चाहिए। उन्होंने जांच की पारदर्शिता की मांग की।
उत्तर प्रदेश में बिजली संकट, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार पर निशाना
हालांकि शोक के माहौल के कारण अखिलेश यादव ने राजनीतिक सवालों पर सीधे जवाब नहीं दिए, लेकिन उन्होंने इशारों में कहा कि
“प्रदेश की कानून व्यवस्था, बिजली संकट, भ्रष्टाचार और बेरोजगारी जैसे मुद्दे जनता को खुद समझ आ रहे हैं। हम भविष्य में इन पर बात करेंगे, लेकिन अभी यह समय नहीं है।”
उन्होंने कहा कि किसान परेशान हैं, युवा रोजगार के लिए भटक रहे हैं, और बिजली की कीमतें बढ़ती जा रही हैं, ये सभी बातें राज्य सरकार की नाकामी को उजागर करती हैं।
जातिगत जनगणना का समर्थन
जातिगत जनगणना पर पूछे गए सवाल पर अखिलेश यादव ने स्पष्ट रूप से कहा कि समाजवादी पार्टी इस पहल के समर्थन में है और यह सामाजिक न्याय की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।