बच्चों का सर्वोत्तम उपचार किया जाएगा : मुख्यमंत्री डॉ.यादव
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गुरूवार को नागपुर स्थित एम्स, जीएमसी और न्यू हेल्थ सिटी अस्पताल पहुंचकर छिंदवाड़ा और बैतूल जिले के किडनी संक्रमित बच्चों के स्वास्थ्य का हालचाल जाना।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रभावित बच्चों का अच्छे से अच्छा उपचार हो इसके लिए आवश्यक व्यवस्थाएं की गई हैं। उन्होंने नागपुर के एम्स, शासकीय मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल और न्यू हेल्थ सिटी हॉस्पिटल पहुंचकर बच्चों के स्वास्थ्य को देखा तथा संबंधित चिकित्सकों से कहा कि बच्चों के स्वास्थ्य के दृष्टिगत सर्वोत्तम उपचार सुनिश्चित किया जाये।
कलेक्टर छिंदवाड़ा और बैतूल द्वारा बच्चों के परिवारों से सतत संपर्क रखते हुए आवश्यक सहायता दी जा रही है। राज्य स्तर से भी बच्चों के उपचार और स्वास्थ्य लाभ की नियमित जानकारी प्राप्त की जा रही है। मुख्यमंत्री डॉ.यादव के नागपुर स्थित अस्पतालों के प्रवास के दौरान छिंदवाड़ा सांसद श्री विवेक बंटी साहू, बैतूल विधायक श्री हेमंत खण्डेलवाल सहित अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद थे। इस दौरान उन्होंने कफ सीरप से प्रभावित बच्चों के माता-पिता से भी बात कर बच्चों के उचित उपचार कराने के संबंध में जानकारी दी।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रतिबंधित कफ सिरप का उपयोग किए जाने के मामले से संबंधित किसी भी दोषी को मध्यप्रदेश सरकार नहीं छोड़ेगी। अभी तमिलनाडु की दवा कंपनी के जिम्मेदार लोगों को दबोचा गया है और उनकी गिरफ्तारी हुई है। मध्यप्रदेश सरकार मानवीय और प्रशासनिक दोनों आधार पर कार्रवाई जारी रखेगी।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव गुरुवार को नागपुर के विभिन्न अस्पताल में उपचाररत बच्चों के स्वास्थ्य की जानकारी लेने और परिजन से चर्चा करने के बाद मीडिया प्रतिनिधियों से संवाद कर रहे थे।
तमिलनाडु सरकार से अपेक्षित सहयोग नहीं मिल रहा
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि तमिलनाडु में निर्मित दवा के उपयोग से ही बच्चों की मृत्यु की बात प्रमाणित हुई है। मध्यप्रदेश पुलिस ने दोषी लोगों की गिरफ्तारी की है। दुर्भाग्य की बात है कि तमिलनाडु सरकार की तरफ से अपेक्षित सहयोग प्राप्त नहीं हो रहा है। तमिलनाडु के ड्रग कंट्रोलर को दवा कंपनी की नियमानुसार जांच करना चाहिए। मध्यप्रदेश सरकार द्वारा रेंडम सैंपल लेकर आवश्यक जांच करवाई गई और छिंदवाड़ा के चिकित्सक सहित और अन्य दोषियों का निलंबन भी किया गया है और ड्रग कंट्रोलर को हटाया गया है। इसके साथ ही, जो डॉक्टर उस कंपनी की प्रतिबंधित दवा रोगियों के लिए लगातार लिख रहे है, उनके विरुद्ध भी कार्रवाई की गई है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि तमिलनाडु सरकार को नियमों के अनुसार सख्त कार्रवाई करना चाहिए। अब तक की जांच में मूल रूप से मैन्युफैक्चरिंग के स्तर पर त्रुटि की बात सामने आई है। त्रुटिपूर्ण यह दवा बच्चों को दी गई जिसके फलस्वरुप जीवन की क्षति हुई।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि जैसे ही तमिलनाडु सरकार की रिपोर्ट आई वैसे ही मध्यप्रदेश सरकार ने इस कफ सिरप पर प्रतिबंध लगाया। दवा कंपनी के मालिक को भी गिरफ्तार किया गया। मध्यप्रदेश सरकार द्वारा आगे भी सख्त कार्रवाई जारी रहेगी। किसी भी दोषी को नहीं छोड़ा जाएगा।