BY: Yoganand Shrivastva
इंदौर: राजबाड़ा क्षेत्र में सोमवार को एक अनोखा नज़ारा देखने को मिला। यहां नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, सांसद शंकर लालवानी समेत कई जनप्रतिनिधियों ने नागरिकों के साथ मिलकर झाड़ू लगाई और शहर की सफाई की जिम्मेदारी उठाई।
दरअसल, रविवार को गोगा नवमी के चलते सफाईकर्मियों की छुट्टी थी। ऐसे में शहर को साफ-सुथरा बनाए रखने के लिए नेताओं और नागरिकों ने खुद आगे आकर सफाई अभियान में हिस्सा लिया।
“जनभागीदारी इंदौरियों के DNA में” – विजयवर्गीय
कार्यक्रम के दौरान मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि इंदौर की सबसे बड़ी ताकत उसकी जनता की भागीदारी है। उन्होंने याद दिलाया कि 20 साल पहले उन्होंने “क्लीन इंदौर, ग्रीन इंदौर” का सपना देखा था, जिसमें शहरवासियों का साथ लगातार मिलता आ रहा है।
उन्होंने बताया कि स्वच्छता के साथ अब शहर में बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण हो रहा है और आने वाले समय में ग्रीन एरिया भी बढ़ेगा। विजयवर्गीय ने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि “गैर-जिम्मेदार विपक्ष केवल आरोप लगाता है, जबकि जिम्मेदार विपक्ष सबूत के साथ अपनी बात रखता है। आज हमारे पास जिम्मेदार विपक्ष नहीं है।”
सफाई मित्रों के सम्मान में उतरे जनप्रतिनिधि
महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि इंदौर में सालभर जुलूस, रैलियां और बड़े आयोजन होते रहते हैं। इन सबके पीछे सफाई मित्र दिन-रात मेहनत करते हैं। उन्होंने कहा कि गोगा नवमी पर सफाईकर्मियों की छुट्टी को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया कि उनकी जगह हम सब मिलकर शहर को साफ करेंगे।
महापौर ने बताया कि सुबह से ही पार्षद, जनप्रतिनिधि और स्थानीय लोग अपने-अपने क्षेत्रों में सफाई के लिए जुट गए। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे भी इस तरह के महाअभियानों में जुड़कर शहर को और सुंदर बनाने में योगदान दें।
कई संगठन और संस्थाएं जुड़ीं
सांसद शंकर लालवानी भी झाड़ू लगाकर अभियान का हिस्सा बने। इसके अलावा स्वास्थ्य प्रभारी अश्विनी शुक्ला, जल कार्य प्रभारी अभिषेक शर्मा, पार्षद रूपाली पेंठारकर, अपर आयुक्त रोहित सिसोनिया सहित कई सामाजिक संगठनों, एनजीओ और बैंकिंग सेक्टर से जुड़े लोग भी अपने-अपने इलाकों में सफाई अभियान में शामिल हुए।
इंदौर का सफाई प्रेम
अभियान में शामिल जनप्रतिनिधियों ने कहा कि इंदौर की पहचान देशभर में स्वच्छता के लिए है और यह संभव हुआ है केवल नागरिकों की सक्रिय भागीदारी से। इस जनसहयोग से शहर लगातार “क्लीन एंड ग्रीन इंदौर” के सपने की ओर बढ़ रहा है।





