प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनकी वैश्विक नेतृत्व क्षमता और उल्लेखनीय राजनीतिक योगदान के लिए घाना ने अपने सर्वोच्च राष्ट्रीय सम्मान “ऑफिसर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार ऑफ घाना” से नवाजा है। यह सम्मान उन्हें राष्ट्रपति जॉन ड्रामानी महामा ने प्रदान किया।
यह ऐतिहासिक अवसर मोदी की पांच देशों की यात्रा के पहले चरण में आया है, जो भारत और घाना के बीच गहराते संबंधों का प्रतीक है।
सम्मान पर पीएम मोदी की प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर अपनी भावनाएं साझा करते हुए लिखा:
“ऑफिसर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार ऑफ घाना से सम्मानित होना गर्व की बात है। मैं इसे 140 करोड़ भारतीयों की ओर से विनम्रता से स्वीकार करता हूं।”
उन्होंने यह सम्मान भारत के युवाओं, इसकी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और भारत-घाना के ऐतिहासिक संबंधों को समर्पित किया।
भारत-घाना प्रतिनिधिमंडल वार्ता: अहम समझौतों पर हस्ताक्षर
घाना यात्रा के दौरान पीएम मोदी और राष्ट्रपति महामा के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की गहन वार्ता हुई। बातचीत के बाद दोनों नेताओं ने साझा विजन को रेखांकित करते हुए चार अहम समझौतों पर हस्ताक्षर किए।
समझौतों के मुख्य बिंदु:
- संस्कृति के क्षेत्र में सहयोग
- पारंपरिक चिकित्सा प्रणाली में साझेदारी
- आतंकवाद के खिलाफ संयुक्त प्रयास
- व्यापारिक साझेदारी को गहरा करना
व्यापार बढ़ाने का लक्ष्य: अगले 5 वर्षों में दोगुनी होगी व्यापारिक भागीदारी
प्रधानमंत्री मोदी ने साझा बयान में बताया कि दोनों देशों ने अगले पांच वर्षों में द्विपक्षीय व्यापार को दोगुना करने का लक्ष्य तय किया है। भारत अब केवल घाना का विकास भागीदार नहीं रहेगा, बल्कि उसका सह-यात्री भी बनेगा।
आतंकवाद के विरुद्ध साझेदारी को मजबूती
वार्ता में आतंकवाद पर भी विशेष चर्चा हुई। पीएम मोदी ने घाना को भारत के आतंकवाद विरोधी प्रयासों में सहयोग के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने स्पष्ट कहा:
“आतंकवाद मानवता का सबसे बड़ा शत्रु है। इससे निपटने के लिए हमें वैश्विक सहयोग को और मज़बूत करना होगा।”
वैश्विक शांति का आह्वान
दोनों देशों ने पश्चिम एशिया और यूरोप में जारी संघर्षों पर चिंता जताई और कहा कि:
“यह युद्ध का समय नहीं है, बल्कि समस्याओं को बातचीत और कूटनीति के माध्यम से सुलझाने का युग है।”
पीएम मोदी की घाना यात्रा सिर्फ एक औपचारिक दौरा नहीं रही, बल्कि यह भारत की विदेश नीति और वैश्विक नेतृत्व में बढ़ती भूमिका को दर्शाती है। घाना से मिले इस सम्मान ने भारत-अफ्रीका संबंधों को नया आयाम दिया है। साथ ही यह सहयोग, सम्मान और साझेदारी की एक नई शुरुआत है।





