BY: Yoganand Shrivastva
नई दिल्ली – समुद्र में संकट के समय भारत की ताकत एक बार फिर सामने आई है। ओमान की ओर जा रहे एक वाणिज्यिक जहाज MT Yi Cheng 6 के इंजन रूम में अचानक भीषण आग लग गई। आग इतनी गंभीर थी कि जहाज की बिजली सप्लाई पूरी तरह ठप हो गई और पूरे जहाज पर अंधेरा छा गया। लेकिन समय रहते भारतीय नौसेना के युद्धपोत INS तबर ने मोर्चा संभाला और आग बुझाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया।
क्या हुआ था?
यह हादसा रविवार, 29 जून को हुआ, जब गुजरात के कांडला बंदरगाह से रवाना हुआ जहाज ओमान के शिनस की ओर जा रहा था। पुलाऊ (Palau) ध्वज के तहत पंजीकृत इस जहाज पर कुल 14 भारतीय क्रू मेंबर्स सवार थे। अचानक इंजन रूम में आग लगने के बाद जहाज से संकट संदेश भेजा गया, जिसे ओमान की खाड़ी में तैनात INS तबर ने तुरंत रिसीव किया।
कैसे पहुंची इंडियन नेवी?
जैसे ही संकट का संदेश मिला, INS तबर ने युद्धस्तर पर कार्रवाई शुरू की। नेवी के अग्निशमन दस्ते को हेलिकॉप्टर और बोट्स की मदद से संकटग्रस्त जहाज पर भेजा गया। अब तक मिली जानकारी के अनुसार 13 नौसैनिक और 5 जहाज के क्रू मेंबर आग बुझाने की कार्रवाई में जुटे हैं।
भारतीय नौसेना के प्रवक्ता ने बताया कि:
“आग बुझाने के लिए उन्नत उपकरणों और फायर फाइटिंग टीम को तत्काल जहाज पर भेजा गया। उनके प्रयासों से जहाज पर लगी आग की तीव्रता में काफी कमी आई है।”
एक और मिशन सफल – फिर दिखा भारतीय नेवी का पराक्रम
इस हादसे ने एक बार फिर दिखा दिया है कि भारतीय नौसेना केवल युद्ध के समय ही नहीं, बल्कि आपातकालीन हालात में भी जीवनरक्षक भूमिका निभा रही है। समुद्री सुरक्षा के क्षेत्र में भारत की सक्रियता और तत्परता ने न सिर्फ अपने नागरिकों की जान बचाई, बल्कि समुद्री मित्रता और मानवता की मिसाल भी पेश की।
स्थिति अब नियंत्रण में
जहाज के इंजन रूम में लगी आग को अब लगभग नियंत्रण में बताया जा रहा है। सभी क्रू मेंबर्स सुरक्षित हैं और उन्हें आवश्यक प्राथमिक सहायता भी प्रदान की जा रही है। हादसे के कारणों की जांच की जा रही है।
भारतीय नौसेना: सिर्फ सेना नहीं, संकट में संजीवनी भी है!
समुद्र की लहरों में जब ज़िंदगी खतरे में होती है, तब भारतीय नौसेना देवदूत बनकर सामने आती है — MT Yi Cheng 6 का हादसा इसका ताजा उदाहरण है।