जब भी आप कोई दवा लें, भगवान शिव का स्मरण जरूर करें। मान्यता है कि ऐसा करने से दवा का असर अधिक होता है और जल्दी स्वास्थ्य लाभ मिलता है।
27 जून 2025 का पंचांग
- दिन: शुक्रवार
- तिथि: आषाढ़ शुक्ल पक्ष द्वितीया (सुबह 11:19 तक)
- नक्षत्र: पुनर्वसु (सुबह 7:22 तक)
- चंद्रमा की स्थिति: कर्क राशि में
- राहुकाल: सुबह 10:30 से दोपहर 12:00 तक
- दिशा शूल: पश्चिम दिशा (जरूरी यात्रा हो तो दही खाकर निकलें)
भगवान जगन्नाथ और रथ यात्रा का महत्व
कौन हैं भगवान जगन्नाथ?
‘जगन्नाथ’ का अर्थ होता है ‘जगत के नाथ’, यानी पूरे ब्रह्मांड के स्वामी। ओडिशा के पुरी शहर को भगवान जगन्नाथ की प्रमुख लीला भूमि माना जाता है, जिसे ‘पुरुषोत्तम पुरी’ भी कहा जाता है।
भगवान जगन्नाथ को श्रीकृष्ण और राधारानी के युगल स्वरूप का प्रतीक माना जाता है। उनके साथ भाई बलभद्र (बलराम) और बहन सुभद्रा की भी पूजा होती है।
रथ यात्रा का महत्व
- रथ यात्रा हर साल आषाढ़ शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को पुरी में आयोजित होती है।
- इस दिन भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा विशाल रथों में सवार होकर नगर भ्रमण करते हैं।
- यह अवसर दुर्लभ माना जाता है क्योंकि वर्षभर भगवान मंदिर में रहते हैं और केवल रथ यात्रा के दिन जनसामान्य के बीच आते हैं।
- स्कंद पुराण के अनुसार, जो व्यक्ति रथ यात्रा में शामिल होता है या भगवान के नाम का कीर्तन करता है, उसके सारे पाप नष्ट होते हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
रथ यात्रा के तीन रथ
- तालध्वज रथ: भगवान बलराम का रथ
- पद्मध्वज रथ: माता सुभद्रा का रथ
- गरुड़ध्वज (नंदी घोष) रथ: भगवान जगन्नाथ का रथ
घर पर भगवान जगन्नाथ की पूजा कैसे करें?
यदि आप पुरी की रथ यात्रा में शामिल नहीं हो सकते, तो घर पर भी भगवान की पूजा करके उनका आशीर्वाद प्राप्त किया जा सकता है।
आसान पूजा विधि:
- घर के मंदिर में भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा की तस्वीर या प्रतिमा स्थापित करें।
- सात्विक भोग (तुलसी दल सहित) अर्पित करें।
- हरि नाम संकीर्तन करें, जैसे:
हरे राम हरे राम, राम राम हरे हरे
हरे कृष्ण हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण हरे हरे - घर में सात्विकता और पवित्रता बनाए रखें।
भगवान जगन्नाथ का महाप्रसाद: क्या है इसकी खासियत?
पुरी के श्री जगन्नाथ मंदिर में भगवान को दिन में छह बार विशेष भोग चढ़ाया जाता है, जिसे ‘महाप्रसाद’ कहते हैं।
महाप्रसाद में शामिल हैं:
- 7 प्रकार के चावल
- 4 प्रकार की दालें
- 9 प्रकार की सब्जियां
- विभिन्न प्रकार की मिठाइयां (गुड़ का प्रयोग, शक्कर नहीं)
विशेष बात: इसमें आलू, टमाटर और फूलगोभी का प्रयोग नहीं होता। प्रसाद को मिट्टी की मटकियों में पकाया जाता है और सबसे ऊपर की मटकी पहले पकती है, जो अद्भुत विज्ञान का उदाहरण है।
महाप्रसाद ग्रहण करने से पापों का नाश होता है और जीवन में सुख-शांति आती है।
आज का राशिफल – 27 जून 2025
मेष राशि
- विवादों से बचें, धन हानि से सावधानी रखें
- यात्रा में सतर्क रहें
- उपाय: सफेद मिठाई का दान करें
- शुभ रंग: गुलाबी
- भाग्य मीटर: 60%
वृषभ राशि
- धन लाभ और शुभ समाचार की संभावना
- परिवार में खुशहाली
- उपाय: निर्धन को धन दान करें
- शुभ रंग: नीला
- भाग्य मीटर: 75%
मिथुन राशि
- स्वास्थ्य अच्छा रहेगा
- खर्च पर नियंत्रण जरूरी
- उपाय: भगवान शिव को जल अर्पित करें
- शुभ रंग: हरा
- भाग्य मीटर: 70%
कर्क राशि
- करियर में प्रगति
- रुके काम पूरे होंगे
- उपाय: खाने-पीने की वस्तु दान करें
- शुभ रंग: पीला
- भाग्य मीटर: 90%
सिंह राशि
- विवाद से बचें, स्वास्थ्य का ध्यान रखें
- महत्वपूर्ण कार्य टालें
- उपाय: सफेद मिठाई का दान करें
- शुभ रंग: नारंगी
- भाग्य मीटर: 60%
कन्या राशि
- धन लाभ के योग
- संतान पक्ष की उन्नति
- उपाय: निर्धन को धन दान करें
- शुभ रंग: सफेद
- भाग्य मीटर: 85%
तुला राशि
- आर्थिक समस्याओं से राहत
- करियर में सफलता
- उपाय: माता लक्ष्मी की उपासना करें
- शुभ रंग: क्रीम
- भाग्य मीटर: 80%
वृश्चिक राशि
- स्वास्थ्य में सुधार, संपत्ति लाभ
- यात्रा में सावधानी
- उपाय: खाने-पीने की वस्तु दान करें
- शुभ रंग: नीला
- भाग्य मीटर: 70%
धनु राशि
- चोट-चपेट से बचें, संतान पक्ष की चिंता
- यात्रा में सतर्कता
- उपाय: सफेद मिठाई का दान करें
- शुभ रंग: हरा
- भाग्य मीटर: 60%
मकर राशि
- पारिवारिक समस्याओं का समाधान
- धन स्थिति में सुधार
- उपाय: माता लक्ष्मी की उपासना करें
- शुभ रंग: पीला
- भाग्य मीटर: 75%
कुंभ राशि
- स्वास्थ्य सुधार, धन की स्थिति मजबूत
- करियर में नए अवसर
- उपाय: निर्धन को धन दान करें
- शुभ रंग: धानी
- भाग्य मीटर: 75%
मीन राशि
- करियर में लाभ, सेहत में सुधार
- परिवार में शांति
- उपाय: खाने-पीने की वस्तु दान करें
- शुभ रंग: आसमानी
- भाग्य मीटर: 70%
कीर्तन का महत्व
रथ यात्रा में कीर्तन का विशेष महत्व होता है। भगवान विष्णु ने स्वयं कहा है कि जहां उनके भक्त प्रेमपूर्वक कीर्तन करते हैं, वहां भगवान की उपस्थिति स्वतः हो जाती है। इसलिए कीर्तन करने से न केवल वातावरण पवित्र होता है, बल्कि व्यक्ति को विशेष आध्यात्मिक लाभ भी मिलता है।
आज की गुड लक राशि: सिंह
सिंह राशि वालों को आज सूर्य देव की पूजा करनी चाहिए। रोज सुबह सूर्य को जल चढ़ाने से जीवन में आ रही समस्याएं दूर होती हैं।
आज का महा उपाय: रोग-दोष से मुक्ति
घर में बीमारियों से परेशान हैं? यह उपाय करें:
- पूजा के बाद सफेद शंख में जल भरें और कुछ देर बाद पूरे घर में छिड़काव करें।
- हर शनिवार शाम घर के मुख्य द्वार के बाईं ओर सरसों तेल का दीपक जलाएं।
इससे घर में रोग-दोष दूर होता है और स्वास्थ्य लाभ होता है।
निष्कर्ष
भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह जीवन में शुद्धता, समर्पण और आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार भी करती है। यदि आप प्रत्यक्ष शामिल नहीं हो सकते, तो घर पर भगवान की पूजा करके भी उनका आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।