ईरान और इजराइल के बीच बढ़ते युद्ध के हालात ने अंतरराष्ट्रीय बाजार में भारी उथल-पुथल मचा दी है। इसका सीधा असर निवेशकों की सबसे सुरक्षित मानी जाने वाली संपत्ति—सोना—पर देखने को मिल रहा है। शुक्रवार सुबह घरेलू बाजार में सोने की कीमतों में भारी बढ़त दर्ज की गई।
एमसीएक्स पर सोने की कीमतें
- 5 अगस्त 2025 की डिलीवरी वाला सोना
➤ 1.80% यानी ₹1,772 की तेजी
➤ नई कीमत: ₹1,00,164 प्रति 10 ग्राम
इस तेज़ी ने सोने को 1 लाख रुपये के आंकड़े से ऊपर पहुंचा दिया, जो एक मनोवैज्ञानिक रूप से बड़ा स्तर माना जा रहा है।
चांदी की कीमतों में भी उछाल
सोने के साथ-साथ चांदी की कीमतों में भी उछाल देखा गया। घरेलू बाजार में चांदी ने भी हरे निशान में शुरुआत की।
- 4 जुलाई 2025 की डिलीवरी वाली चांदी
➤ 0.51% यानी ₹540 की बढ़त
➤ नई कीमत: ₹1,06,425 प्रति किलोग्राम
वैश्विक बाजार में सोने की स्थिति
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सोने की चमक बढ़ी है। अमेरिका के COMEX और गोल्ड स्पॉट मार्केट दोनों में सोना तेज़ी से ऊपर गया है।
- COMEX (फ्यूचर्स):
➤ $3,440.20 प्रति औंस
➤ बढ़त: $37.80 (1.11%) - Gold Spot Market:
➤ $3,422.29 प्रति औंस
➤ बढ़त: $36.37 (1.07%)
ग्लोबल मार्केट में चांदी की चाल
सोने की तुलना में चांदी की वैश्विक कीमतें स्थिर रहीं। सुबह के ट्रेडिंग सत्र में ज्यादा बदलाव नहीं देखा गया।
- COMEX पर चांदी:
➤ $36.30 प्रति औंस (सपाट) - Silver Spot Market:
➤ $36.25 प्रति औंस
➤ गिरावट: $0.09 (0.25%)
क्यों बढ़ रही हैं सोने की कीमतें?
- युद्ध का खतरा: ईरान और इजराइल के बीच तनाव ने अंतरराष्ट्रीय अस्थिरता को बढ़ाया है।
- सुरक्षित निवेश का रुख: निवेशक जोखिम भरे एसेट्स से हटकर सोने में निवेश कर रहे हैं।
- डॉलर और बॉन्ड पर दबाव: अन्य निवेश विकल्पों में गिरावट से सोना और आकर्षक हो गया है।
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अगर आप सोने या चांदी में निवेश करने की योजना बना रहे हैं, तो मौजूदा बाजार रुझान पर नज़र रखना बेहद जरूरी है। वैश्विक राजनीतिक अस्थिरता निवेश के दृष्टिकोण से सोने को एक बार फिर केंद्र में ला रही है।