भोपाल में 6 जून 2025 को विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस के अवसर पर खाद्य सुरक्षा प्रशासन ने विभिन्न खाद्य प्रतिष्ठानों पर औचक निरीक्षण किया।
कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह के निर्देश पर की गई इस कार्रवाई में रतलामी सेव भण्डार पर विशेष ध्यान केंद्रित किया गया, साथ ही पाल डेयरी, होटल गोल्डन ट्यूलिप, और शर्मा चाट भण्डार जैसे प्रतिष्ठानों की भी जांच हुई।
रतलामी सेव भण्डार से लिए गए नमूने और रिपोर्ट
मीनाल भेल स्थित रतलामी सेव भण्डार पर निरीक्षण के दौरान खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने नीचे दिए गए नमूने लिए:
- नमकीन
- बेसन
- खाद्य तेल
नमकीन और बेसन मानक स्तर पर पाए गए।
गर्म तेल अवमानक स्तर का पाया गया, जिसे मौके पर नष्ट करवा दिया गया।
यह कार्रवाई दर्शाती है कि प्रशासन लोकप्रिय दुकानों की गुणवत्ता पर भी निगरानी बनाए हुए है, ताकि उपभोक्ताओं को सुरक्षित और स्वस्थ खाद्य सामग्री मिल सके।
अन्य प्रतिष्ठानों से लिए गए नमूने
सिर्फ रतलामी सेव भण्डार ही नहीं, अन्य प्रतिष्ठानों से भी नमूने लिए गए, जिनमें शामिल हैं:
1. पाल डेयरी
- दूध का नमूना जांच हेतु लिया गया।
2. होटल गोल्डन ट्यूलिप, MP नगर ZONE-1
- शिकायत के आधार पर नकली पनीर की आशंका में पनीर का नमूना लिया गया।
3. शर्मा चाट भण्डार, मीनाल रेजीडेंसी
- मसाले, नमक, दही नमकीन — सभी नमूने लिए गए और मानक पाए गए।
4. अमृतसरी छोले भटूरे
- पनीर और गर्म तेल की जांच की गई, दोनों ही संतोषजनक स्तर पर पाए गए।
चलित खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला की भूमिका
भोपाल में चलित प्रयोगशाला के माध्यम से तत्काल जांच की गई। TPM मीटर से गर्म तेल की जांच की गई, जिसमें एक नमूना अवमानक पाया गया।
मौके पर ही नष्ट करवा कर त्वरित कार्रवाई की मिसाल पेश की गई।
जनजागरूकता और आगे की प्रक्रिया
- इस अभियान के तहत न केवल जांच की गई, बल्कि आमजन को जागरूक भी किया गया।
- सभी नमूने राज्य खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला, भोपाल भेज दिए गए हैं।
- रिपोर्ट के आधार पर खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम 2006 के अंतर्गत कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
- पूरी कार्रवाई अभिहित अधिकारी श्री देवेन्द्र कुमार वर्मा के निर्देशन में की गई।
7 जून को भी जारी रहेगा अभियान
यह निरीक्षण अभियान केवल 6 जून तक सीमित नहीं है।
7 जून 2025 को भी भोपाल के अन्य हिस्सों में खाद्य सुरक्षा निरीक्षण और जनजागरूकता अभियान जारी रहेगा।
जागरूक विक्रेता और सतर्क उपभोक्ता जरूरी
भोपाल जैसे बड़े शहर में लोकप्रिय प्रतिष्ठानों की भी जांच यह संकेत देती है कि प्रशासन हर स्तर पर सक्रिय है।
रतलामी सेव भण्डार जैसे नामी ब्रांड भी नियमों के बाहर नहीं हैं।
सुरक्षित भोजन सभी का अधिकार है, और जागरूकता ही इसकी पहली सीढ़ी है।