भोपाल, 26 अगस्त 2025। मध्यप्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर और गौरव को वैश्विक मंच पर स्थापित करने वाले विक्रमोत्सव 2025 को एक और बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है। महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ, संस्कृति विभाग मध्यप्रदेश शासन द्वारा आयोजित इस भव्य उत्सव को ईमैक्स ग्लोबल अवार्ड 2025 (Eemax Global Awards 2025) में लांगस्टैंडिंग आईपी ऑफ द ईयर (Longstanding IP of the Year) से सम्मानित किया गया है।
ईमैक्स टीम शीघ्र ही भोपाल आकर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को यह सम्मान प्रदान करेगी। उल्लेखनीय है कि यह विक्रमोत्सव 2025 का दूसरा बड़ा अंतरराष्ट्रीय सम्मान है। इससे पहले इसे WOW Awards Asia 2025 में स्पेशल इवेंट ऑफ द ईयर (Government Category) में गोल्ड अवार्ड मिल चुका है। वहीं, विक्रमोत्सव 2024 को एशिया का बिगेस्ट रिलीजियस अवार्ड प्राप्त हुआ था।
“मध्यप्रदेश और भारतीय संस्कृति के लिए गर्व का विषय” – श्रीराम तिवारी
मुख्यमंत्री के संस्कृति सलाहकार एवं महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ के निदेशक श्रीराम तिवारी ने बताया कि, यह सम्मान संपूर्ण मध्यप्रदेश और भारतीय संस्कृति के लिए गौरव का क्षण है। उन्होंने कहा –
“विक्रमोत्सव केवल एक सांस्कृतिक उत्सव नहीं, बल्कि यह भारतीय परंपरा, गौरव और मूल्यों को वैश्विक स्तर पर स्थापित करने का सेतु है। इस महोत्सव ने शास्त्र, कला, संगीत, नृत्य और साहित्य को आधुनिक समय की आवश्यकताओं के साथ जोड़ा है।”
उन्होंने आगे इसे मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के समर्पण को समर्पित करते हुए कहा कि विक्रमोत्सव ने युवाओं को अपनी जड़ों से जोड़ने का कार्य किया है और विदेशी अतिथियों को भारतीय संस्कृति की गहराई से अवगत कराया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की विक्रमोत्सव की सराहना
माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी विक्रमोत्सव की प्रशंसा की है। उन्होंने कहा कि यह आयोजन महान सम्राट विक्रमादित्य की गौरवगाथा और उनकी शासन-व्यवस्था को जन-जन तक पहुँचाने का सराहनीय प्रयास है। प्रधानमंत्री ने विश्वास जताया कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में यह उत्सव युवाओं को अपने अतीत पर गर्व करने और जिम्मेदार नागरिक बनने की प्रेरणा देगा।

विक्रमोत्सव 2025: 300 से अधिक गतिविधियों का संगम
इस वर्ष विक्रमोत्सव 2025 में 300 से अधिक सांस्कृतिक एवं बहुआयामी कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनमें लाखों लोगों ने भागीदारी की। सोशल मीडिया के माध्यम से करोड़ों लोग इससे जुड़े। प्रमुख आयोजनों में शामिल रहे –
- विक्रम व्यापार मेला
- शिवरात्रि मेलों का समारंभ एवं कलश यात्रा
- संगीत, नृत्य और वादन कार्यक्रम
- शिवोह्म और आदि-अनादि पर्व समारोह
- विक्रम नाट्य समोराह और चित्र प्रदर्शनियाँ
- भारतीय इतिहास एवं राष्ट्रीय विज्ञान संगोष्ठी
- वेद अंताक्षरी और कोटि सूर्योपासना
- शिल्प कला कार्यशालाएँ एवं प्रकाशन
- विक्रम पंचांग का विमोचन
- पौराणिक फिल्मों का अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव
- अखिल भारतीय कवि सम्मेलन
- 1000 ड्रोन्स की अद्भुत प्रस्तुति
- देश-विदेश के ख्यात कलाकारों की प्रस्तुतियाँ





