BY: Yoganand Shrivastva
नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति पद का चुनाव करीब आते ही राजनीति गरमाने लगी है। जहां एनडीए की ओर से महाराष्ट्र के राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन को उम्मीदवार बनाया गया है, वहीं अब अटकलें तेज़ हैं कि विपक्ष डीएमके सांसद तिरुचि शिवा को मैदान में उतार सकता है। हालांकि, खुद शिवा ने इस पर सफाई दी है।
तिरुचि शिवा का बयान
उम्मीदवारी की खबरों पर प्रतिक्रिया देते हुए डीएमके सांसद ने कहा, “मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। यह फैसला केवल हमारे नेता ही करेंगे। मैं इस पर टिप्पणी करने की स्थिति में नहीं हूं। मेरे नेता इस पर विचार कर रहे हैं।”
सूत्रों का कहना है कि विपक्षी गठबंधन इंडिया ब्लॉक अपने उम्मीदवार को लेकर जल्द ही वर्चुअल बैठक कर सकता है।
डीएमके ने राधाकृष्णन की उम्मीदवारी पर उठाए सवाल
डीएमके के वरिष्ठ नेता टीकेएस एलंगोवन ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी ने राधाकृष्णन को सिर्फ इसलिए उम्मीदवार बनाया है क्योंकि तमिलनाडु में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। उनके मुताबिक, भाजपा चुनावी लाभ पाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने साफ कहा कि डीएमके राधाकृष्णन की उम्मीदवारी का समर्थन नहीं करेगी।
एलंगोवन ने यहां तक कहा कि राधाकृष्णन भाजपा के कार्यकर्ता हैं और उनका नामांकन सिर्फ “प्रमोशन” है, जिससे तमिलनाडु को कोई लाभ नहीं मिलेगा।
मुकाबला हो सकता है दिलचस्प
राधाकृष्णन मूल रूप से तमिलनाडु से हैं और लंबे समय से बीजेपी, आरएसएस और जनसंघ से जुड़े रहे हैं। यदि विपक्ष तिरुचि शिवा को उम्मीदवार बनाता है, तो चुनावी मुकाबला बेहद दिलचस्प हो सकता है, क्योंकि दोनों ही उम्मीदवार तमिलनाडु से होंगे।





