केंद्रीय खेल सचिव सुजाता चतुर्वेदी (आईएएस: 1989: बिहार) को राष्ट्रपति द्वारा संविधान के अनुच्छेद 316(1) के तहत यूपीएससी (UPSC) का सदस्य नियुक्त किया गया है। वह 30 जून 2025 को सेवानिवृत्त होने वाली थीं। इससे पहले, उन्होंने कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (DoPT) में अतिरिक्त सचिव (स्थापना) के रूप में कार्य किया था। बिहार कैडर में रहते हुए, उन्होंने वित्त विभाग की प्रमुख सचिव के रूप में भी काम किया और बिहार में यह पद संभालने वाली वह पहली महिला आईएस अधिकारी हैं। इसके अलावा, उन्होंने UIDAI में उप-महानिदेशक के पद पर भी कार्य किया है।
यूपीएससी सदस्य का कार्यकाल
उनका कार्यकाल 6 वर्ष का होगा या 65 वर्ष की आयु तक, जो भी पहले हो। यूपीएससी के सदस्यों की नियुक्ति संविधान के अनुच्छेद 316(2) और UPSC (सदस्य) विनियम, 1969 के तहत होती है।
यूपीएससी की संरचना
यूपीएससी में एक अध्यक्ष और अधिकतम 10 सदस्य हो सकते हैं। यह संस्था हर साल सिविल सेवा परीक्षा (प्रारंभिक, मुख्य और साक्षात्कार) आयोजित करती है।

राज्य स्तरीय नियुक्तियाँ
- तेलंगाना सरकार ने DGP पैनल के लिए UPSC को 7 नाम भेजे।
- तेलंगाना की पहली महिला मुख्य सचिव (CS) को कुलपति नियुक्त किया गया।
सुजाता चतुर्वेदी का करियर
- 1989 बैच की बिहार कैडर की आईएएस अधिकारी।
- बिहार सरकार में वित्त विभाग की प्रमुख सचिव (पहली महिला आईएएस)।
- UIDAI में उप-महानिदेशक।
- DoPT में अतिरिक्त सचिव (स्थापना)।
- केंद्रीय खेल सचिव।
- अब UPSC सदस्य नियुक्त।
यह नियुक्ति उनके दीर्घकालिक प्रशासनिक अनुभव और योग्यता को दर्शाती है। UPSC के सदस्य के रूप में, वह भविष्य की सिविल सेवा परीक्षाओं और अन्य महत्वपूर्ण नियुक्तियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।
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