BY: Yoganand Shrivastva
तेलंगाना : मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने शिक्षक दिवस के अवसर पर एक बड़ा ऐलान किया। उन्होंने सरकारी स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षकों से कहा कि वे रोज़ाना दोपहर का भोजन छात्रों के साथ करें। उनका कहना है कि ऐसा करने से भोजन की गुणवत्ता सुनिश्चित होगी और बच्चों को स्वच्छ एवं पौष्टिक भोजन मिल सकेगा।
रेड्डी ने यह अपील हैदराबाद में आयोजित एक शिक्षक सम्मान समारोह में की। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों में मिड-डे मील की गुणवत्ता को लेकर कई बार शिकायतें सामने आती हैं और खाद्य विषाक्तता की घटनाएं होती हैं, जबकि सरकार इस योजना के लिए पर्याप्त धन उपलब्ध कराती है।
सीएम खुद भी करेंगे स्कूलों का दौरा
मुख्यमंत्री ने कहा कि वे खुद भी स्कूलों का दौरा करेंगे और छात्रों के साथ बैठकर भोजन करेंगे। उनका मानना है कि अगर शिक्षक रोज़ बच्चों के साथ खाना खाएंगे तो भोजन की गुणवत्ता को लेकर लापरवाही कम होगी और बेहतर मानक बनाए रखे जा सकेंगे।
विदेश भेजे जाएंगे शिक्षक
रेड्डी ने शिक्षा व्यवस्था को और मज़बूत करने के लिए एक और घोषणा की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार हर साल करीब 200 सरकारी शिक्षकों को सिंगापुर और दक्षिण कोरिया भेजेगी, ताकि वे वहां की आधुनिक शिक्षा प्रणाली और श्रेष्ठ प्रथाओं का अध्ययन कर सकें।
राज्य में शिक्षा की वर्तमान स्थिति
सीएम के मुताबिक, तेलंगाना में लगभग 27,000 सरकारी स्कूलों में करीब 24 लाख छात्र पढ़ते हैं, जबकि 11,000 निजी स्कूलों में 34 लाख छात्र नामांकित हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सरकारी स्कूलों के शिक्षकों की योग्यता अक्सर निजी स्कूलों के शिक्षकों से अधिक होती है।
नई शिक्षा नीति की तैयारी
रेड्डी ने बताया कि राज्य की नई शिक्षा नीति बनाने के लिए पूर्व राज्यसभा सदस्य के. केशव राव, विधायक कादियम श्रीहरि और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की एक समिति गठित की गई है।
दिल्ली के मॉडल की सराहना
अपने संबोधन के दौरान रेवंत रेड्डी ने दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के कामकाज की तारीफ भी की। उन्होंने कहा कि केजरीवाल को लगातार दोबारा सत्ता में आने का मुख्य कारण उनकी शिक्षा में किए गए बड़े बदलाव हैं।
राजनीतिक महत्वाकांक्षा का खुला बयान
रेड्डी ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि वे अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं को नहीं छिपाते। उन्होंने कहा, “मेरा भी स्वार्थ है। अगर आप सभी अच्छा काम करेंगे, तो मुझे भी दूसरे और तीसरे कार्यकाल का मौका मिल सकता है। मैं मेहनत करूंगा और आप सबके साथ मिलकर राज्य की शिक्षा प्रणाली को बेहतर बनाऊंगा।”