BY: Yoganand Shrivastva
ग्वालियर। शहर के खल्लासीपुरा इलाके में 14 वर्षीय आठवीं कक्षा की छात्रा की रहस्यमयी परिस्थितियों में मौत का मामला सामने आया है। मृतका का नाम रौनक पाल, पुत्री सुनील पाल बताया गया है। सोमवार को घर पर उसकी मौत के बाद परिजन अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहे थे, तभी पुलिस को सूचना मिली कि बच्ची की मौत सामान्य बीमारी से नहीं, बल्कि तंत्र-मंत्र की कुप्रथाओं के चलते हुई है।
पुलिस ने तुरंत हस्तक्षेप कर अंतिम संस्कार रोक दिया और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम कराया। शुरुआती जांच में बच्ची के पेट पर गर्म छड़ से जलाने और शरीर पर चोटों के ताजे निशान पाए गए हैं।
परिजन बोले – बीमारी से हुई मौत
परिवार का कहना है कि रौनक पिछले 15 दिनों से लगातार बुखार से पीड़ित थी। इलाज कराने के बावजूद उसे आराम नहीं मिला और सोमवार को उसने घर पर ही दम तोड़ दिया। इसी के बाद परिजन उसे श्मशान घाट ले गए थे।
लेकिन पुलिस को एक गुप्त कॉल पर जानकारी मिली थी कि बालिका पर तांत्रिक विधियां की गई थीं और उसी वजह से उसकी मौत हुई।
तांत्रिक पर गंभीर आरोप
सूत्रों के अनुसार, परिजन ने किसी रिश्तेदार की सलाह पर एक तांत्रिक को बुलाया था। तांत्रिक ने बच्ची को ‘भूत-प्रेत का साया’ बताकर तथाकथित इलाज शुरू किया। आरोप है कि इसी दौरान उसने पेट पर गर्म छड़ रखकर जलाया और डंडे व झाड़ू से उसकी पिटाई की।
पुलिस जांच में मृतका के शरीर पर पिटाई और जलाने के ताजे निशान मिले हैं। माना जा रहा है कि लगातार प्रताड़ना के चलते ही छात्रा की जान गई।
पुलिस का बयान
इंदरगंज थाना प्रभारी दीप्ति सिंह तोमर ने बताया कि खल्लासीपुरा इलाके की 14 वर्षीय बच्ची की मौत संदिग्ध परिस्थितियों में हुई है। सूचना पर पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम कराया है। रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट होगा और उसी के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।





