सऊदी अरब का स्लीपिंग प्रिंस, प्रिंस अल वलीद बिन खालिद बिन तलाल अल सऊद का निधन हो गया है। लगभग दो दशकों से कोमा में रहने के बाद 20 जुलाई 2025 को उन्होंने अंतिम सांस ली। वर्ष 2005 में लंदन में हुए एक भीषण सड़क हादसे के बाद वह कोमा में चले गए थे। उस समय उनकी उम्र महज 15 साल थी।
कौन थे ‘स्लीपिंग प्रिंस’ अल वलीद बिन खालिद?
सऊदी राजघराने के सदस्य प्रिंस अल वलीद का जन्म अप्रैल 1990 में हुआ था। वे प्रिंस खालिद बिन तलाल के पुत्र और अरब जगत के दिग्गज अरबपति प्रिंस अल वलीद बिन तलाल के भतीजे थे। हादसे के समय वह ब्रिटेन के एक सैन्य कॉलेज में पढ़ाई कर रहे थे। दुर्भाग्यवश, एक कार दुर्घटना में उन्हें गंभीर ब्रेन इंजरी और इंटरनल ब्लीडिंग हुई, जिसके कारण वे कोमा में चले गए।
पिता का भावुक बयान: “अल्लाह की मर्ज़ी में यकीन है”
प्रिंस खालिद बिन तलाल ने एक आधिकारिक बयान में कहा,
“अल्लाह की मर्ज़ी और तक़दीर में पूर्ण विश्वास के साथ, भारी मन और दुख के साथ हम अपने प्यारे बेटे, प्रिंस अल वलीद बिन खालिद बिन तलाल बिन अब्दुलअज़ीज़ अल सऊद के निधन की सूचना देते हैं। अल्लाह उन्हें जन्नत नसीब करे।”
20 वर्षों तक कोमा में रहने वाले ‘स्लीपिंग प्रिंस’ का जीवन बना मिसाल
सऊदी अरब का स्लीपिंग प्रिंस, न केवल एक शाही सदस्य के रूप में जाने गए, बल्कि चिकित्सा विज्ञान और मानवीय संवेदनाओं का एक अनोखा उदाहरण भी बने। कोमा में रहते हुए उनकी जीवन शक्ति को बनाए रखने के लिए कई आधुनिक चिकित्सा तकनीकों का सहारा लिया गया। सालों तक लोगों ने उनके लिए दुआ की और सोशल मीडिया पर उनके स्वास्थ्य की जानकारी साझा की जाती रही।
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