अयोध्या में श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र स्थित राम मंदिर परिसर इन दिनों भक्ति, वैदिक ऊर्जा और दिव्यता का केंद्र बना हुआ है। 5 जून को राम दरबार में मूर्तियों के अनावरण और नेत्रोन्मीलन अनुष्ठान के लिए भव्य तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। मंदिर की सजावट, अनुष्ठानों की पवित्रता और भक्तों की आस्था ने इस ऐतिहासिक क्षण को अविस्मरणीय बना दिया है।
वैदिक परंपराओं से गूंजा राम मंदिर
राम मंदिर परिसर में बुधवार को वैदिक मंत्रों की गूंज, दीपों की आभा और पुष्पों की सुगंध ने वातावरण को आध्यात्मिक बना दिया। श्रीविग्रहों की प्राण प्रतिष्ठा के दूसरे दिन मंदिर में हुए अनुष्ठानों ने सनातन परंपरा की गहराई को उजागर किया।
महत्वपूर्ण अनुष्ठान:
- अन्नाधिवास
- घृताधिवास
- जलाधिवास
- पुष्पाधिवास
- शर्कराधिवास
- शय्याधिवास
इन सभी क्रियाओं को विधिपूर्वक संपन्न किया गया, जिसमें श्रद्धालु भावविभोर दिखाई दिए।
दिनभर के अनुष्ठानों का समयबद्ध आयोजन
राम मंदिर में हुए अनुष्ठानों को निम्नलिखित समयानुसार पूरा किया गया:
| समय | अनुष्ठान |
|---|---|
| सुबह 6:30 – 8:30 | देवताओं का आह्वान और पूजन |
| 9:00 – 9:30 | अन्नाधिवास |
| 9:35 – 10:35 | हवन |
| 10:40 – 12:40 | देवस्नपन और प्रासादस्नपन |
| 2:00 – 3:00 | उत्सव विग्रहों का नगर भ्रमण |
| 3:00 – 4:30 | शय्याधिवास |
| 4:30 – 5:00 | प्रासाद वास्तु पूजन |
| 5:45 – 6:45 | अंतिम हवन और आरती |
5 जून को होगा मुख्य समारोह, योगी आदित्यनाथ करेंगे अनावरण
5 जून को राम मंदिर परिसर के आठ मंदिरों में प्राण प्रतिष्ठा, भोग, और आरती जैसे महत्वपूर्ण अनुष्ठान होंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस ऐतिहासिक मौके पर राम दरबार की मूर्तियों का अनावरण करेंगे। साथ ही नेत्रोन्मीलन अनुष्ठान भी संपन्न होगा।
यह क्षण न केवल अयोध्या के लिए, बल्कि पूरे भारत के लिए गर्व और भक्ति से भर देने वाला होगा।
बिजली और फूलों से जगमगाया मंदिर परिसर
राम मंदिर की भव्य सजावट इसे एक दैवीय स्थान का रूप दे रही है। रंग-बिरंगे फूलों और बिजली की रोशनी से सजाए गए मंदिर का दृश्य रात में स्वर्गिक आभा से भर जाता है।
मुख्य मंदिर के प्रथम तल से लेकर परकोटा के छह देवी-देवताओं के मंदिरों को फूलों से सजाया गया है, जिससे हर कोना मंत्रमुग्ध कर रहा है।
भक्तिभाव में लीन अयोध्या
यात्रियों की सुविधा के लिए बनाए गए केंद्र में भजन, कीर्तन, हनुमान चालीसा पाठ और राम नाम का जप पूरे दिन गूंजता रहा।
यह आध्यात्मिक वातावरण भक्तों को आंतरिक शांति और गहरी आस्था प्रदान कर रहा है।
सनातन परंपरा की जीवंत प्रस्तुति
राम मंदिर में हो रहे प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान भारत की सनातन परंपराओं की जीवंत मिसाल हैं। श्रद्धा, भक्ति और वैदिक विधियों से सजे ये क्षण देशवासियों के लिए एक आध्यात्मिक गौरव हैं।





