1 मई, 2025 को भारत में महाराष्ट्र दिवस और गुजरात दिवस मनाया जा रहा है। यह दिन इन दोनों राज्यों के स्थापना दिवस के रूप में मनाया जाता है। साथ ही, आज अंतर्राष्ट्रीय श्रम दिवस भी है।
महाराष्ट्र और गुजरात दिवस का इतिहास
1960 में आज ही के दिन बॉम्बे स्टेट को दो भागों में बांटा गया था। इसके बाद महाराष्ट्र और गुजरात अलग-अलग राज्य बने। यह फैसला भाषा के आधार पर किया गया था।
कैसे बना बॉम्बे स्टेट?
- आजादी से पहले बॉम्बे प्रेसिडेंसी थी।
- 1956 में राज्य पुनर्गठन अधिनियम के तहत इसे बॉम्बे स्टेट बना दिया गया।
- इसमें मराठी, गुजराती, कोंकणी और कन्नड़ भाषी लोग शामिल थे।
मराठी और गुजराती भाषा आंदोलन
- मराठी भाषी लोगों ने संयुक्त महाराष्ट्र समिति बनाई।
- गुजराती भाषी लोगों ने भी अलग राज्य की मांग की।
- सरकार ने फजल अली आयोग बनाया। इसके बाद बॉम्बे स्टेट को दो हिस्सों में बांटा गया।
महाराष्ट्र दिवस कैसे मनाया जाता है?
- मुंबई में राज्य स्तरीय समारोह होता है।
- परेड और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
- स्कूलों और कॉलेजों में निबंध, भाषण और चित्रकला प्रतियोगिताएं होती हैं।
- राज्यपाल और मुख्यमंत्री लोगों को संबोधित करते हैं।
गुजरात दिवस कैसे मनाया जाता है?
- गुजरात गौरव दिवस के रूप में मनाया जाता है।
- गांधीनगर में मुख्य कार्यक्रम होता है।
- लोक नृत्य, गरबा और भजन की प्रस्तुतियां दी जाती हैं।
- सरकारी कार्यालयों और स्कूलों में छुट्टी रहती है।
क्यों है यह दिन खास?
- यह दिन भाषाई पहचान और संस्कृति का प्रतीक है।
- लोगों को एकता और गर्व की भावना याद दिलाता है।
- राज्यों की प्रगति और विकास को दर्शाता है।
आज के दिन की बधाई
महाराष्ट्र और गुजरात के लोग इस दिन को खुशी और उत्साह के साथ मनाते हैं। राजनेता और सेलिब्रिटीज सोशल मीडिया पर शुभकामनाएं देते हैं।
देवेंद्र फडणवीस ने ट्वीट किया –
“महाराष्ट्र दिनाच्या सर्वांना मनःपूर्वक शुभेच्छा! जय महाराष्ट्र!”
भूपेंद्र पटेल ने लिखा –
“ગુજરાત ગૌરવ દિવસ ની સૌને શુભકામનાઓ!”
निष्कर्ष
महाराष्ट्र और गुजरात दिवस इतिहास, संघर्ष और संस्कृति का प्रतीक है। यह दिन हमें अपनी जड़ों से जोड़ता है। साथ ही, भविष्य की प्रेरणा भी देता है।
जय महाराष्ट्र! जय गुजरात!