भोपाल में शहर की सुंदरता बढ़ाने और सांस्कृतिक विरासत को पुनर्जीवित करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री मोहन यादव ने रविवार को होशंगाबाद रोड स्थित समरधा में प्रस्तावित भोज-नर्मदा गेट का भूमि पूजन किया। इसी दिन उन्होंने नीमच में 10 मेगावाट क्षमता वाले सौर ऊर्जा संयंत्र का भी उद्घाटन किया, जो भोपाल नगर निगम की सोलर एनर्जी परियोजना के पहले चरण का हिस्सा है।
भोज-नर्मदा गेट: मध्यप्रदेश की समृद्ध विरासत का प्रतीक
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि हमारा राज्य वीर इतिहास और महान शासकों जैसे सम्राट विक्रमादित्य और राजा भोज के लिए प्रसिद्ध है। यह नया गेट:
- मध्यप्रदेश की सांस्कृतिक समृद्धि को दर्शाएगा
- भोपाल शहर की सुंदरता में चार चाँद लगाएगा
- स्थानीय इतिहास और गौरव को उजागर करेगा
भोज-नर्मदा गेट का निर्माण लाल पत्थर से किया जाएगा, जो पारंपरिक कला और मजबूती का प्रतीक है।
भोज-नर्मदा गेट परियोजना के प्रमुख तथ्य
- स्थान: समरधा, होशंगाबाद रोड, भोपाल
- लागत: लगभग ₹5 करोड़
- निर्माण की अवधि: लगभग 6 महीने में पूरा होने का अनुमान
- सामग्री: पारंपरिक लाल पत्थर
इसके अलावा, नगर निगम विक्रमादित्य गेट का निर्माण भी इंदौर-भोपाल रोड पर करने की योजना बना रहा है।
शहर में और भी गेट्स की योजना
भोपाल नगर निगम ने विभिन्न प्रमुख मार्गों पर इसी तरह के विरासत थीम वाले गेट्स बनाने का प्रस्ताव पास किया है, जिनमें शामिल हैं:
- बैरसिया रोड
- रायसेन रोड
- कोलार रोड
- विदिशा रोड
- मुबारकपुर
ये गेट भोपाल की सांस्कृतिक धरोहर को और मजबूती देंगे और पर्यटकों को आकर्षित करेंगे।
सोलर प्लांट उद्घाटन: सतत विकास की ओर कदम
मुख्यमंत्री ने नीमच में 10 मेगावाट सौर ऊर्जा संयंत्र का उद्घाटन भी किया, जो भोपाल नगर निगम की सौर ऊर्जा परियोजना का पहला चरण है। इस पहल से:
- नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन बढ़ेगा
- प्रदूषण कम होगा
- पर्यावरण के प्रति उत्तरदायित्व बढ़ेगा
- सतत शहरी विकास को बढ़ावा मिलेगा
यह कदम भारत के स्वच्छ ऊर्जा लक्ष्यों के अनुरूप है।
समारोह में प्रमुख उपस्थितियां
भूमि पूजन और उद्घाटन समारोह में निम्नलिखित गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे:
- मंत्री कैलाश विजयवर्गीय
- सांसद आलोक शर्मा
- विधायक रमेश्वर शर्मा
- भोपाल की मेयर मालती राय
- भोपाल नगर निगम के अध्यक्ष किशन सुर्यवंशी
इनकी मौजूदगी इस परियोजना की महत्वता को दर्शाती है।
भोपाल वासियों के लिए फायदे
इस परियोजना से भोपाल के निवासियों को कई लाभ मिलेंगे:
- शहर की खूबसूरती में वृद्धि
- सांस्कृतिक पहचान और गर्व का संवर्धन
- प्रदूषण में कमी और स्वच्छ ऊर्जा का प्रोत्साहन
- पर्यटन और स्थानीय व्यवसायों को बढ़ावा
निष्कर्ष
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव द्वारा भोज-नर्मदा गेट के भूमि पूजन और नीमच में सोलर प्लांट के उद्घाटन से यह स्पष्ट होता है कि राज्य का विकास आधुनिकता और विरासत दोनों के समन्वय से हो रहा है। यह पहल भोपाल को न केवल एक सुंदर और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध शहर बनाएगी, बल्कि सतत विकास की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।