रिपोर्ट: सुधेश पांडेय
लोरमी वन परिक्षेत्र के भरतपुर परिसर अंतर्गत 556 रिजर्व फॉरेस्ट में एक जंगली बायसन का संदिग्ध अवस्था में शव मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। वन विभाग को जैसे ही इस घटना की जानकारी मिली, उन्होंने तत्काल मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की और शव का पोस्टमार्टम कराकर विधिवत अंतिम संस्कार किया।
मौके पर पहुंचे वन और पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारी
सूचना मिलते ही लोरमी एसडीओ दशांश सूर्यवंशी, परिक्षेत्र रेंजर क्रिस्टोफर कुजूर और वन विभाग की टीम घटनास्थल पर पहुंची। साथ ही पशु चिकित्सा विभाग की विशेषज्ञ टीम भी मौके पर पहुंची, जिसमें वाइल्डलाइफ एक्सपर्ट डॉ. पी. के. चंदन, डॉ. शत्रुघ्न सिंह, डॉ. प्रमोद नामदेव और डॉ. शिव पटेल शामिल थे। इन सभी ने बायसन के शव का संयुक्त रूप से पोस्टमार्टम किया।
आपसी संघर्ष बना मौत की वजह
वन रेंजर क्रिस्टोफर कुजूर ने जानकारी दी कि मृत बायसन नर था और उसकी उम्र करीब 6 से 7 साल बताई गई है। पशु चिकित्सकों की टीम ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बताया कि बायसन के शरीर में गंभीर आंतरिक चोटों के निशान पाए गए, जो आपसी संघर्ष का संकेत देते हैं। इसी कारण उसकी मृत्यु हुई है।
डीएफओ के मार्गदर्शन में किया गया अंतिम संस्कार
पोस्टमार्टम के बाद वन विभाग की टीम ने डीएफओ के निर्देश पर बायसन के शव को विधिपूर्वक दफनाया। वन विभाग पूरे घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए है और क्षेत्र में वन्यजीवों की निगरानी और सतर्कता बढ़ा दी गई है।
स्थानीय लोगों में चिंता
इस घटना के बाद स्थानीय ग्रामीणों में भी चिंता का माहौल है। वे चाहते हैं कि वन विभाग क्षेत्र में बायसन और अन्य वन्य जीवों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाए ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।