पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में शुक्रवार (9 अगस्त) को सरकारी अस्पताल से ट्रेनी महिला डॉक्टर की लाश मिलने के बाद से ही रेजिडेंट डॉक्टर्स का प्रदर्शन जारी है। आज विरोध प्रदर्शन का चौथा दिन है। ट्रेनी डॉक्टर से राजधानी के श्यामाबाजार इलाके में स्थित सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में रेप हुआ था। फिर उसकी निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई थी। इसी को लेकर देशभर के रेजिडेंट डॉक्टर्स विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की मांग कर रहे हैं।
आरजी मेडिकल में सेवाएं पूरी तरह ठप
वहीं कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में आज भी सेवाएं प्रभावित हुई हैं। ओपीडी सर्विस डॉक्टरों के हड़ताल की वजह से बंद है। फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन ने 13 अगस्त यानी आज राष्ट्रव्यापी हड़ताल बुलाई है। जिसका असर भी देखने को मिल रहा है।
आरजी मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए आए शेख शहजाद ने कहा, “अभी तक हमें कुछ भी नहीं बताया गया है। मैंने यहां सिक्योरिटी गार्ड से पूछा, लेकिन उसने कहा कि वह हमें कुछ भी बताने में असमर्थ है। हम यहां 2 घंटे से खड़े हैं। हमें कोई जानकारी नहीं है। प्रशासन हमें कुछ नहीं बता रहा है।”
महाराष्ट्र तक पहुंचा विरोध प्रदर्शन
फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन द्वारा राष्ट्रव्यापी बुलाई गई हड़ताल का असर देखने को मिल रहा है। महाराष्ट्र के नागपुर में सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में चिकित्सकों ने विरोध प्रदर्शन किया और ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए दुष्कर्म को लेकर अपना रोष जताया और दोषी को सख्त से सख्त सजा देने की मांग की।
देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में कोलकाता के आरजी मेडिकल कॉलेज में हुए रेप को लेकर भी विरोध प्रदर्शन हो रहा। मुंबई के बाई यमुनाबाई लक्ष्मण नायर चैरिटेबल अस्पताल में डॉक्टरों ने विरोध प्रदर्शन किया।
सरकार से क्या मांग की गई है?सरकार से क्या मांग की गई है?
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने सरकार से तीन मांगें की हैं। इस संबंध में स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा को चिट्ठी भी लिखी गई है।
मामले की निष्पक्ष गहन जांच कर दोषियों को सजा दिलाई जाए।
किन वजहों से अपराध को अंजाम दिया गया, उसकी गहन जांच हो।
अस्पतालों में डॉक्टरों खास तौर पर महिलाओं की सुरक्षा में सुधार के लिए तत्काल कदम उठाए जाएं।
मामले की जांच करेगी सीबीआई?
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार (12 अगस्त) को पीड़िता के घर जाकर उसके परिजनों से मुलाकात की थी। इस दौरान ममता ने कहा था कि अगर रविवार तक पुलिस इस पूरे मामले को नहीं सुलझा पाती है तो फिर केस को सीबीआई को ट्रांसफर कर दिया जाएगा। प्रदर्शनकारी रेजिडेंट डॉक्टर्स भी लगातार मांग कर रहे हैं कि मामले को सीबीआई को सौंपा जाए। उधर बीजेपी ने इस मुद्दे पर ममता सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। बीजेपी ने कहा है कि ममता सरकार में कानून-व्यवस्था बिल्कुल खराब हो चुकी है।
केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता सुकांता मजूमदार ने कहा है, ”सीएम ममता बनर्जी इसमें देरी कर रही हैं। अगर वह इस मामले में सीबीआई जांच कराना चाहती हैं तो उन्हें इसे जल्द सौंपना चाहिए क्योंकि ऐसे मामलों में सबूत ज्यादा दिनों तक नहीं टिकते हैं।”