BY: Yoganand Shrivastava
उज्जैन उज्जैन में बिना मेडिकल डिग्री के इलाज करने वाली फर्जी महिला डॉक्टर तैयबा पर आखिरकार पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। करीब एक हफ्ते पहले गलत इलाज की वजह से नवजात की मौत होने के बाद कार्रवाई की गई। फिलहाल आरोपी महिला डॉक्टर फरार है। पुलिस के अनुसार, तैयबा न तो रजिस्टर्ड डॉक्टर थी और न ही उसके पास क्लिनिक या मेडिकल स्टोर चलाने की वैध अनुमति थी। इसके बावजूद वह मक्सी रोड स्थित पंवासा इलाके में अवैध रूप से क्लिनिक और मेडिकल स्टोर चला रही थी।
डिलीवरी के दौरान बिगड़ी महिला की हालत, नवजात की मौत
2 अक्टूबर को चिंतामन क्षेत्र निवासी लखन मालवीय की पत्नी काजल को प्रसव पीड़ा हुई। परिवार पहले उसे जीवाजीगंज के सरकारी अस्पताल लेकर गया, जहां एक महिला कर्मचारी ने उन्हें डॉ. तैयबा शेख के पास जाने की सलाह दी।
तैयबा ने जांच के बाद कहा कि गर्भ में पल रहे बच्चे के हाथ-पैर विकसित नहीं हुए हैं और उसे अपने क्लिनिक से विशेष हॉस्पिटल में भर्ती करा दिया। वहां तैयबा ने खुद ही मरीज को रक्त चढ़ाने जैसी प्रक्रिया शुरू की। थोड़ी ही देर में काजल की हालत बिगड़ने लगी। परिजनों ने डिस्चार्ज की मांग की, लेकिन तैयबा ने स्थिति “इमरजेंसी” बताकर दूसरे अस्पताल रेफर करने की बात कही। जब मरीज को ले जाया जा रहा था, तभी वह पति के साथ वहां से भाग गई। बाद में परिजन काजल को एसएन कृष्णा अस्पताल लेकर गए, जहां उसकी नॉर्मल डिलीवरी हुई, लेकिन नवजात मृत पैदा हुआ।
फरार डॉक्टर पर FIR, स्वास्थ्य विभाग ने सील किया क्लिनिक
घटना के बाद परिजनों ने अस्पताल में हंगामा किया और स्वास्थ्य विभाग को शिकायत दी। जांच में पाया गया कि तैयबा का क्लिनिक फर्जी नाम से चल रहा था और न ही उसके पास मेडिकल रजिस्ट्रेशन था।
3 अक्टूबर को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने क्लिनिक को सील कर दिया। 6 अक्टूबर को विशेष अस्पताल की भी जांच हुई और रिपोर्ट पंवासा थाने भेजी गई। इसके आधार पर 9 अक्टूबर को पुलिस ने तैयबा के खिलाफ FIR दर्ज कर ली। फिलहाल पुलिस आरोपी की तलाश कर रही है। SP ने कहा कि आरोपी के खिलाफ गैरकानूनी चिकित्सा और लापरवाही से मौत के मामले में कड़ी कार्रवाई की जाएगी।





