भोपाल: भारतीय जनता पार्टी के क्षेत्रीय संगठन महामंत्री श्री अजय जामवाल ने गुरुवार को एसआईआर के संबंध में भोपाल ग्रामीण के जिला पदाधिकारियों तथा मंडल अध्यक्षों की बैठक को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि एसआईआर के बारे में किसी को भ्रमित होने की आवश्यकता नहीं है, यह निर्वाचन प्रक्रिया में किसी भी तरह की अनियमितता को रोकने का शक्तिशाली माध्यम है। उन्होंने जिला पदाधिकारियों को एसआईआर प्रक्रिया के विभिन्न चरणों की विस्तृत जानकारी भी दी।
एसआईआर के लिए हर दिन निकालें दो घंटे
क्षेत्रीय संगठन महामंत्री श्री अजय जामवाल जी ने कहा कि एसआईआर के काम के लिए पार्टी के प्रत्येक कार्यकर्ता को प्रतिदिन दो घंटे का समय नियमित रूप से निकालकर अपने वार्ड के प्रत्येक बूथ पर जाना चाहिए। कार्यकर्ता यह देखें कि उनके क्षेत्र के कौन-कौन से मतदाता काम के सिलसिले में बाहर गए हैं, किन की मृत्यु हो चुकी है और कौन सा मतदाता बाहरी है। यदि आपकी जानकारी में ऐसे प्रकरण आते हैं कि किसी एक व्यक्ति का नाम अनेक जगहों पर मतदाता सूची में दर्ज है, तो इस बात को निर्वाचन आयोग की जानकारी में लाएं। मतदाता सूची में बाहरी व्यक्तियों का नाम जुड़ने पर आपत्ति दर्ज कराएं और यह सुनिश्चित कराएं कि एक मतदाता का नाम एक ही स्थान की मतदाता सूची में रहे। भाजपा के क्षेत्रीय संगठन महामंत्री श्री अजय जामवाल ने कहा कि प्रत्येक बूथ की मतदाता सूची चुनाव प्रक्रिया का सबसे महत्वपूर्ण माध्यम है। एसआईआर की प्रक्रिया मतदाता सूची की पड़ताल के लिए ही की जा रही है और यह प्रक्रिया किसी भी अनियमितता को रोकने तथा मतदाता सूची को स्वच्छ, पारदर्शी और विश्वसनीय बनाने का सबसे शक्तिशाली माध्यम है।

संगठन का आधार कार्यकर्ताओं की सक्रियता और सेवा भावना
क्षेत्रीय संगठन महामंत्री श्री अजय जामवाल जी ने कहा कि पार्टी की असली ताकत उसके निष्ठावान और समर्पित कार्यकर्ता ही हैं। किसी भी राजनीतिक संगठन का विस्तार, उसकी पहुँच, उसके कार्यक्रमों की सफलता और जनता के बीच उसकी विश्वसनीयता, इन सभी का आधार उसके कार्यकर्ताओं की सक्रियता और सेवा-भावना ही होती है। जब कार्यकर्ता समाज में सकारात्मक व्यवहार, अनुशासन और विनम्रता के साथ उतरते हैं, तो पार्टी की पहचान मजबूत होती है। उन्होंने कहा कि किसी भी संगठन की मर्यादा और प्रतिष्ठा उसके पदाधिकारियों के आचरण पर निर्भर करती है। पदाधिकारी यदि संयमित, सरल और सेवाभाव से युक्त व्यवहार करते हैं, तो संगठन की छवि स्वतः ही ऊँची होती है। इसलिए प्रत्येक पदाधिकारी और कार्यकर्ता का यह नैतिक दायित्व है कि वह ऐसा आचरण करें जिससे ना तो स्वयं की प्रतिष्ठा को क्षति पहुँचे और ना ही पार्टी की गरिमा पर किसी प्रकार का प्रश्नचिह्न लगे। उन्होंने यह भी कहा कि अपने व्यक्तिगत व्यवहार और राजनीतिक दायित्व दोनों के बीच संतुलन बनाए रखना ही एक सफल पदाधिकारी की पहचान होती है। इस दौरान जिला अध्यक्ष श्री तीरथ सिंह मीणा, विधायक श्री विष्णु खत्री सहित पदाधिकारी मंचासीन रहे।





