बिहार की सियासत: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने पटना में एक कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के प्रमुख लालू प्रसाद यादव पर तीखा हमला बोला। उन्होंने लालू के शासनकाल (1990-2005) को याद करते हुए कहा कि उस दौरान बिहार में अपराध, लूट और महिलाओं के खिलाफ घटनाएं आम थीं। इसी वजह से लालू और राबड़ी देवी की सरकार को ‘जंगलराज’ की संज्ञा दी गई।
अमित शाह का बिहार दौरा: पटना में सहकारिता विभाग के एक आयोजन में बोलते हुए अमित शाह ने कहा कि आगामी 2025 के विधानसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की सरकार बनेगी, वो भी पूर्ण बहुमत के साथ। इसके साथ ही उन्होंने नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित कर दिया।
अमित शाह ने अपने संबोधन में कहा कि पिछले एक दशक में मोदी सरकार ने देश के 60 करोड़ गरीबों के लिए कई कल्याणकारी कदम उठाए हैं। उन्होंने लालू यादव से सवाल किया, “अगर आपने गरीबों के लिए कुछ किया हो, तो उसका हिसाब लेकर सामने आइए।” शाह ने आरोप लगाया कि लालू ने गरीबों के हित में कोई काम नहीं किया, जबकि पीएम मोदी ने सहकारिता के क्षेत्र में गरीबों के लिए ठोस प्रयास किए हैं।

‘लालू-राबड़ी के शासन को कहा जाता है जंगलराज’
केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि सहकारिता क्षेत्र से बिहार को सबसे अधिक लाभ मिलेगा। उन्होंने लालू के शासनकाल पर निशाना साधते हुए कहा कि उस वक्त राज्य का विकास ठप हो गया था और चीनी मिलें बंद हो गई थीं। शाह ने जनता से अपील की, “एनडीए को फिर से सत्ता में लाइए, हम चीनी मिलों को दोबारा शुरू करेंगे।” उन्होंने बताया कि अब दलहन की हर फसल न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीदी जा रही है। शाह ने दोहराया कि 1990 से 2005 तक लालू के शासन में अपराध और अराजकता चरम पर थी, जिसके चलते इसे ‘जंगलराज’ कहा गया।
‘लालू-राबड़ी के समय बिहार तबाह हुआ’
अमित शाह ने लालू से सवाल किया कि जब वह यूपीए सरकार में मंत्री थे, तब उन्होंने केंद्र से बिहार के लिए कितना फंड हासिल किया। उन्होंने कहा कि लालू-राबड़ी के शासन में बिहार की हालत खराब हो गई थी, जबकि एनडीए के कार्यकाल में राज्य तरक्की की राह पर है। शाह ने बताया कि 8000 करोड़ रुपये से बिहार में पुलों का निर्माण हो रहा है और मखाना बोर्ड भी बनाया गया है।
‘मुझसे दो बार चूक हुई’- नीतीश कुमार
इस कार्यक्रम में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा, “मुझसे दो बार गलती हो गई, लेकिन अब ऐसा कभी नहीं होगा।” नीतीश ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को याद करते हुए कहा कि उनकी वजह से ही वह मुख्यमंत्री बने थे। उन्होंने पुराने दिनों को याद करते हुए कहा कि पहले बिहार में शाम होते ही लोग घरों से बाहर नहीं निकलते थे। हिंदू-मुस्लिम के बीच तनाव रहता था, शिक्षा व्यवस्था चरमराई हुई थी और स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव था। नीतीश ने जनता से अपील की कि पुरानी सरकारों ने कुछ नहीं किया, इसलिए अब सबको एकजुट रहना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र सरकार के सहयोग से बिहार का विकास तेजी से हो रहा है।
31 मार्च 2025 का राशिफल: आज किस राशि पर बरसेगी माँ लक्ष्मी की कृपा? जानें शुभ-अशुभ योग