आगरा में अब गंगाजल 24 घंटे और सातों दिन मिलेगा। नगर निगम और जलकल विभाग ने मिलकर एक बड़ी योजना बनाई है, जिसके तहत शहर के तीन प्रमुख क्षेत्रों – आवास विकास, शास्त्रीपुरम और दयालबाग – में लगातार पानी की आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी। इस महत्वाकांक्षी परियोजना की अनुमानित लागत 208 करोड़ रुपये है और इसे दो चरणों में पूरा किया जाएगा।
योजना की मुख्य बातें
- योजना का उद्देश्य: आगरा के चुनिंदा क्षेत्रों में 24×7 गंगाजल आपूर्ति शुरू करना।
- लागत: कुल 208 करोड़ रुपये।
- लाभार्थी क्षेत्र: आवास विकास (सेक्टर 9 व 10), शास्त्रीपुरम, दयालबाग स्वामी बाग।
- प्रारंभिक स्वरूप: पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू।
दो चरणों में होगा क्रियान्वयन
पहला चरण:
- लागत: 105 करोड़ रुपये
- क्षेत्र: सिकंदरा आवास विकास और दयालबाग स्वामी बाग
- कार्य: नेटवर्किंग और आपूर्ति व्यवस्था को सुदृढ़ बनाना
दूसरा चरण:
- लागत: 103 करोड़ रुपये
- क्षेत्र: शास्त्रीपुरम (बोदला सेक्टर 1, 2, 3)
- कार्य: जलापूर्ति संरचना का विस्तार और वाटर टैंक निर्माण
वाटर टैंक और इंफ्रास्ट्रक्चर
- शास्त्रीपुरम के F ब्लॉक में नया अंडरग्राउंड वाटर टैंक बनाया जाएगा।
- आवास विकास कॉलोनी में पहले से अंडरग्राउंड टैंक मौजूद हैं।
- दयालबाग में नेटवर्किंग और पाइपलाइन के लिए अधिक बजट आवंटित किया गया है।
- F ब्लॉक में निर्माण के लिए नगर निगम से NOC (अनापत्ति प्रमाण पत्र) लिया जाएगा।
मीटर होंगे हर घर में
24×7 जलापूर्ति के पायलट प्रोजेक्ट में हर घर में मीटर लगाए जाएंगे, जिससे पानी की खपत का सटीक डेटा मिल सके।
- जलकल विभाग के महाप्रबंधक एके राजपूत ने बताया कि:
- मीटर केवल खपत मापने के लिए होंगे।
- फिलहाल पानी का बिल सामान्य प्रक्रिया से ही बनेगा।
- योजना के सफल रहने पर शहर के अन्य क्षेत्रों में भी इसे लागू किया जाएगा।
2026 तक पूरा होगा प्रोजेक्ट
शास्त्रीपुरम योजना को पहले आगरा विकास प्राधिकरण ने शुरू किया था, लेकिन अब इसे नगर निगम को हैंडओवर कर दिया गया है। योजना को 2026 के अंत तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
आगरा के तीन प्रमुख क्षेत्रों में 24 घंटे गंगाजल की आपूर्ति के लिए यह परियोजना न केवल नागरिकों की बुनियादी जरूरतों को पूरा करेगी, बल्कि शहर की जल प्रबंधन प्रणाली को भी आधुनिक बनाएगी। पायलट प्रोजेक्ट की सफलता के बाद यह मॉडल शहर के अन्य हिस्सों में भी लागू किया जा सकता है।





