धर्मांतरण फंडिंग कांड 2025 ने एक बार फिर देश की सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया है। मध्य प्रदेश का रहने वाला सैयद दाऊद अहमद कथित तौर पर कनाडा से अवैध फंडिंग कर रहा था और एक संगठित गिरोह के माध्यम से देशभर में जबरन धर्मांतरण कराने की साजिश रच रहा था। आगरा पुलिस ने इस मामले में बड़ा खुलासा करते हुए दाऊद के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी करवा दिया है।
👉 साथ ही, इंटरपोल के ज़रिए रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी कराया गया है ताकि दाऊद को भारत लाकर पूछताछ की जा सके।
🌍 कौन है सैयद दाऊद और कैसे चला रहा था पूरा सिंडिकेट?
सैयद दाऊद कनाडा में बैठकर हवाला चैनल की जगह बैंक खातों के जरिए भारत में रकम भेजता था। यह पैसे गोवा निवासी आयशा उर्फ एसबी कृष्णा के खाते में आते थे, जो इसे गिरोह के अन्य सदस्यों को उपलब्ध कराती थी।
📹 गिरोह के सदस्य जबरन धर्मांतरण के वीडियो बनाकर दाऊद को भेजते थे। इन गतिविधियों के लिए सदस्यों के रहने, खाने और यात्रा का पूरा खर्च इसी रकम से उठाया जाता था।
🔍 गिरोह के अंतरराष्ट्रीय फंडिंग नेटवर्क का पर्दाफाश
पुलिस की जांच में सामने आया कि यह गिरोह सिर्फ कनाडा से नहीं, बल्कि अमेरिका और दुबई से भी फंडिंग प्राप्त कर रहा था। इस खुलासे के बाद अब कई देशों में जांच एजेंसियों को सतर्क कर दिया गया है। पुलिस आयुक्त दीपक कुमार के अनुसार, पूरे नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए अलग-अलग टीमों का गठन किया गया है।
📌 पुलिस अब अमेरिका और दुबई स्थित फंडिंग स्रोतों की भी जांच कर रही है, और अन्य संदिग्धों के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी कराने की प्रक्रिया भी जारी है।
🚨 गिरफ्तार आरोपी और उनसे मिली अहम जानकारियां
मार्च 2025 में आगरा के सदर क्षेत्र से लापता हुईं दो बहनों को कोलकाता से बरामद किया गया था। पूछताछ में यह भी सामने आया कि इन बहनों को जबरन इस गिरोह द्वारा धर्मांतरण कराया जा रहा था।
अब तक जिन 10 आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है, वे इस प्रकार हैं:
- आयशा उर्फ एसबी कृष्णा – गोवा
- अली हसन उर्फ शेखर रॉय – कोलकाता
- ओसामा – कोलकाता
- रहमान कुरैशी – आगरा
- अब्बू तालिब – मुजफ्फरनगर
- अबुर रहमान – देहरादून
- मोहम्मद अली – जयपुर
- जुनैद कुरैशी – जयपुर
- मुस्तफा उर्फ मनोज – दिल्ली
- मोहम्मद अली (एक और) – जयपुर
🧠 पूछताछ में सामने आए नए नाम, जांच तेज
पुलिस की पूछताछ में दिल्ली के मनोज उर्फ मुस्तफा ने कुछ और नामों का खुलासा किया है:
- अब्दुल रहमान – दिल्ली
- नेहा – दिल्ली
- एक अन्य अज्ञात व्यक्ति
👉 इन तीनों के खिलाफ भी गैर-जमानती वारंट जारी किए गए हैं, और गिरफ्तारी के लिए अलग टीम भेजी गई है। पुलिस को उम्मीद है कि इनकी गिरफ्तारी के बाद गिरोह की आंतरिक संरचना और फंडिंग तंत्र के और राज़ खुलेंगे।
📊 मामले में जुड़ी बड़ी कानूनी धाराएं
इस मामले में अब तक:
- संगठित अपराध की धारा भी जोड़ी जा चुकी है
- गिरफ्तार आरोपियों को कोर्ट में पेश कर पुलिस ने 10 दिन की कस्टडी रिमांड ली है
- पूछताछ में मिले वीडियो और बैंक लेन-देन रिकॉर्ड से गिरोह की कार्यशैली स्पष्ट हो रही है
📌 यह मामला अब अंतरराष्ट्रीय अपराध की दिशा में बढ़ता नजर आ रहा है।
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