बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों से पहले चुनाव आयोग (EC) ने मतदाता सूची का विशेष पुनरीक्षण (Special Intensive Revision – SIR) शुरू कर दिया है। इस प्रक्रिया के तहत 35 लाख से अधिक नामों को हटाया जा रहा है, जिनमें बड़ी संख्या में विदेशी नागरिकों के नाम भी शामिल हैं।
चुनाव आयोग ने बताया कि नेपाली, बांग्लादेशी और म्यांमार के नागरिकों को गलत तरीके से मतदाता सूची में दर्ज किया गया था, जिन्हें अब हटाया जा रहा है।
📊 88% से अधिक वोटर्स की पहचान सत्यापित
- कुल 7.89 करोड़ मतदाताओं में से 6.60 करोड़ (88.18%) की पहचान सत्यापित कर ली गई है।
- अब केवल 11.82% मतदाताओं से ही सत्यापन फॉर्म (EFs) की प्रतीक्षा है।
- आयोग ने बताया कि:
- 1.59% वोटर मृत पाए गए,
- 2.2% ने स्थायी रूप से निवास स्थान बदला,
- 0.73% ऐसे मतदाता हैं जो एक से अधिक स्थानों पर नामांकित हैं।
वोटर लिस्ट के अंतिम प्रकाशन की तारीख 30 सितंबर 2025 तय की गई है, जबकि फॉर्म जमा करने की आखिरी तारीख 25 जुलाई 2025 है।
🧾 विपक्ष ने जताई नाराज़गी, EC पर उठाए सवाल
राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और अन्य विपक्षी दलों ने इस पूरे अभियान पर गंभीर सवाल उठाए हैं। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग पर पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाया।
तेजस्वी यादव ने कहा:
“चुनाव आयोग का दावा है कि 80% से अधिक मतदाताओं का सत्यापन हो चुका है, जबकि बिहार के करीब 4 करोड़ लोग बाहर रहते हैं, ऐसे में यह आंकड़े अविश्वसनीय लगते हैं।”
तेजस्वी ने यह भी कहा कि अगर किसी एक विधानसभा क्षेत्र में सिर्फ 1% मतदाता हटाए गए तो प्रत्येक सीट से औसतन 3,200 वोट कम हो सकते हैं – जो चुनावी नतीजों को प्रभावित कर सकता है।
🏛️ आधार और राशन कार्ड पर EC की चुप्पी
तेजस्वी यादव ने सुप्रीम कोर्ट के निर्देश का हवाला देते हुए कहा कि EC को आधार कार्ड और राशन कार्ड को मान्य दस्तावेजों में शामिल करने के संबंध में स्पष्ट बयान देना चाहिए, लेकिन आयोग इस पर अब तक चुप्पी साधे हुए है।
⚠️ क्या यह चुनावी धांधली की तैयारी है?
बिहार में मतदाता सूची से लाखों नामों का हटाया जाना एक तरफ चुनावी पारदर्शिता के प्रयास की तरह देखा जा सकता है, तो दूसरी ओर यह भी सवाल उठता है कि क्या यह किसी विशेष रणनीति के तहत हो रहा है?
चुनाव आयोग को पारदर्शिता और निष्पक्षता बनाए रखने के लिए हर कदम स्पष्ट रूप से जनता के सामने रखना होगा।
📝 निष्कर्ष: बिहार के मतदाताओं के लिए अलर्ट
- यदि आप बिहार के मतदाता हैं, तो सुनिश्चित करें कि आपका नाम वोटर लिस्ट में बना हुआ है।
- निर्धारित समय से पहले फॉर्म और दस्तावेज जमा करें।
- किसी गड़बड़ी की स्थिति में निर्वाचन कार्यालय से संपर्क करें।
📌 संबंधित महत्वपूर्ण तिथियाँ
| प्रक्रिया | तारीख |
|---|---|
| फॉर्म (EF) जमा करने की अंतिम तिथि | 25 जुलाई 2025 |
| अंतिम मतदाता सूची प्रकाशन | 30 सितंबर 2025 |





