अमरनाथ यात्रा 2025 की पवित्र शुरुआत गुरुवार सुबह बाबा बर्फानी की आरती के साथ हुई। श्रद्धा, सुरक्षा और उत्साह के बीच पहले ही दिन 12,348 श्रद्धालुओं ने पवित्र गुफा में हिम शिवलिंग के दर्शन किए।
पहले दिन के दर्शन का आंकड़ा
- कुल दर्शनार्थी: 12,348
- पुरुष श्रद्धालु: 9,181
- महिलाएं: 2,223
- बच्चे: 99
- साधु: 122
- साध्वी: 7
- ट्रांसजेंडर श्रद्धालु: 8
- सुरक्षाबल के जवान: 708
तीसरा जत्था रवाना, अब तक 3.5 लाख से अधिक रजिस्ट्रेशन
- गुरुवार: 5,200 से ज्यादा यात्री जम्मू के भगवतीनगर बेस कैंप से रवाना हुए
- शुक्रवार सुबह: तीसरा जत्था 6,400 श्रद्धालुओं के साथ रवाना
- कुल रजिस्ट्रेशन: 3.5 लाख से अधिक
रजिस्ट्रेशन सेंटर:
- सरस्वती धाम
- वैष्णवी धाम
- पंचायत भवन
- महाजन सभा
रोजाना रजिस्ट्रेशन कैपेसिटी: लगभग 2,000 यात्री प्रति सेंटर
अमरनाथ यात्रा रूट: पहलगाम बनाम बालटाल
1. पहलगाम रूट: प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर
- समय: लगभग 3 दिन
- पहला पड़ाव: चंदनवाड़ी (16 किमी)
- दूसरा पड़ाव: पिस्सू टॉप (3 किमी चढ़ाई)
- तीसरा पड़ाव: शेषनाग (9 किमी)
- अगला पड़ाव: पंचतरणी (14 किमी)
- फाइनल चढ़ाई: गुफा तक सिर्फ 6 किमी
ये रूट आसान है लेकिन लंबा और थोड़ा थकाऊ हो सकता है। रास्ते में कच्चे, संकरे और धूलभरे ट्रैक भी हैं।
2. बालटाल रूट: तेज लेकिन कठिन
- कुल दूरी: 14 किमी
- विशेषता: खड़ी चढ़ाई और तीखे मोड़
- अनुशंसा: युवा और फिट श्रद्धालुओं के लिए बेहतर
- बुजुर्गों के लिए चेतावनी: ये रूट चुनौतीपूर्ण हो सकता है
सुरक्षा व्यवस्था हुई और मजबूत
- सुरक्षा में तैनात:
- सेना
- CRPF
- डॉग स्क्वॉड
- कवरेज: गुफा से लेकर पंचतरणी, गणेश टॉप, पिस्सू टॉप तक जवानों की चौकसी
- सुरक्षा घेरा पहले से ज्यादा सख्त और व्यापक
यात्रा के दौरान जरूरी तैयारी और सावधानियां
जरूरी डॉक्युमेंट्स:
- मेडिकल सर्टिफिकेट
- 4 पासपोर्ट साइज फोटो
- आधार कार्ड
- RFID कार्ड
- ट्रैवल एप्लिकेशन फॉर्म
फिटनेस टिप्स:
- प्रतिदिन 4–5 किमी पैदल चलने की आदत डालें
- प्राणायाम और सांस नियंत्रण वाले योग अभ्यास करें
जरूरी सामान:
- ऊनी कपड़े
- रेनकोट
- ट्रैकिंग स्टिक
- पानी की बोतल
- दवाइयों का किट
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आस्था और सुरक्षा का संगम
अमरनाथ यात्रा 2025 श्रद्धालुओं के लिए एक आध्यात्मिक अनुभव के साथ-साथ प्रकृति की सुंदरता का भी अद्भुत संगम है। चाहे आप बालटाल से तेज रफ्तार में यात्रा करें या पहलगाम रूट से शांतिपूर्वक प्रकृति का आनंद लेते हुए—दोनों रास्ते भक्तों को बाबा बर्फानी के दर्शन की ओर ले जाते हैं।
अब तक की व्यवस्था, सुरक्षा और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया इस बात की गारंटी देती है कि यह यात्रा इस साल पहले से भी अधिक सुव्यवस्थित और सफल होने वाली है।