BY: Yoganand Shrivastva
शाहजहांपुर (उत्तर प्रदेश): दिल्ली-लखनऊ हाईवे पर गुरुवार रात एक भीषण सड़क हादसे ने कई परिवारों को गम में डुबो दिया। हाईवे पर झगड़ रहे सात लोगों को एक तेज रफ्तार टैंकर ने कुचल दिया, जिसमें तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसा तब हुआ जब कार और बाइक सवारों के बीच ओवरटेक को लेकर विवाद हो गया था।
ओवरटेक को लेकर शुरू हुआ था झगड़ा
हादसे का आरंभ बाराबंकी से कैंची धाम जा रहे यात्रियों के बीच हुआ विवाद था। बाइक सवार युवक मुबस्सर और जुनैद ने कार को ओवरटेक किया, जिसके जवाब में कार सवारों ने फिर आगे निकलने की कोशिश की। यह सिलसिला करीब 7 किलोमीटर तक चलता रहा और दोनों पक्षों में तनातनी बढ़ती चली गई। मीरानपुर कटरा के पास कार सवारों ने बाइक रोककर बात करनी चाही, लेकिन बहस झगड़े में बदल गई।
टैंकर ने रौंद डाला, मची चीख-पुकार
जब दोनों पक्ष सड़क किनारे झगड़ रहे थे, तभी अचानक लखनऊ की ओर से आ रहे एक टैंकर ने सभी को अपनी चपेट में ले लिया। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। मरने वालों में एक इलेक्ट्रॉनिक्स व्यापारी, एक जीएसटी विभाग का लिपिक और एक बाइक सवार युवक शामिल हैं। चार अन्य घायल गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती हैं।
हादसे के बाद लूट, मानवता शर्मसार
हादसे के बाद की घटनाएं और भी ज्यादा चौंकाने वाली रहीं। मृतकों के परिजनों का आरोप है कि हादसे के बाद कुछ लोगों ने मौके पर पहुंचकर मदद के नाम पर मृतकों की जेबें खंगाल लीं और नकदी व गहने चोरी कर लिए। परिजन जब पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे तो उन्होंने इस बारे में स्थानीय पुलिस से शिकायत भी की।
कौन-कौन था कार में?
कार सवारों में व्यापारी विवेक मिश्रा, जीएसटी लिपिक योगेश कुमार, सिंचाई विभाग कर्मचारी महेश यादव, नरेंद्र चौधरी, शिवकुमार और उनके साले सवार थे। ये सभी बुधवार को कैंची धाम जाने के लिए निकले थे। बाइक सवार रामपुर के मुबस्सर और जुनैद थे, जो कार से रेस कर रहे थे।
जांच में जुटी पुलिस
पुलिस ने हादसे के बाद टैंकर की पहचान और चालक की तलाश शुरू कर दी है। साथ ही सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। लूट की आशंका को भी गंभीरता से लिया गया है और पीड़ित परिवारों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं।