नई दिल्ली, : भारतीय जनसंघ के संस्थापक अध्यक्ष और ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ के प्रबल पक्षधर डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि पर आज भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय मुख्यालय, नई दिल्ली में श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम के दौरान भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जे.पी. नड्डा ने डॉ. मुखर्जी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर वरिष्ठ नेता डॉ. राकेश मिश्रा ने भी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके राष्ट्रहित में दिए गए बलिदान को स्मरण किया।
एक भारत-श्रेष्ठ भारत के स्वप्नद्रष्टा

डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने भारत की एकता और अखंडता के लिए जीवन भर संघर्ष किया। वे जम्मू-कश्मीर को देश की मुख्यधारा से जोड़ने के प्रबल समर्थक थे। ‘दो विधान, दो प्रधान और दो निशान’ के विरोध में उनका संघर्ष भारतीय राजनीति में एक ऐतिहासिक मोड़ साबित हुआ।
डॉ. मुखर्जी का बलिदान आज भी राष्ट्रभक्तों के लिए प्रेरणा का स्रोत है। भाजपा के नेताओं ने कहा कि उन्होंने न सिर्फ एक राजनीतिक विचारधारा को जन्म दिया, बल्कि देशभक्ति और अखंडता के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया।
भाजपा अध्यक्ष नड्डा का वक्तव्य
श्रद्धांजलि कार्यक्रम के दौरान भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने कहा,
“डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने राष्ट्र के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया। आज का भारत उनकी कल्पना के भारत की दिशा में आगे बढ़ रहा है। उनके विचार और संघर्ष हम सभी कार्यकर्ताओं के लिए मार्गदर्शक हैं।”
डॉ. राकेश मिश्रा ने जताया सम्मान
इस मौके पर डॉ. राकेश मिश्रा ने कहा कि,
“डॉ. मुखर्जी का बलिदान व्यर्थ नहीं गया। उन्होंने जो आंदोलन शुरू किया था, आज उसका परिणाम है कि जम्मू-कश्मीर भारत के संविधान के अनुरूप आगे बढ़ रहा है। हम उनके दिखाए मार्ग पर चलकर ही सशक्त भारत का निर्माण कर सकते हैं।”
कार्यक्रम में भाजपा के कई वरिष्ठ नेता, कार्यकर्ता और पदाधिकारी मौजूद रहे जिन्होंने डॉ. मुखर्जी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी. डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर भाजपा द्वारा आयोजित यह श्रद्धांजलि समारोह न केवल स्मरण का अवसर था, बल्कि यह भारत की एकता और विचारधारा के प्रति उनके योगदान को पुनः रेखांकित करने का माध्यम भी बना।