📌 मुख्य बिंदु (Key Highlights):
- टेक्सास में एक 71 वर्षीय महिला की मौत Naegleria fowleri (ब्रेन-ईटिंग अमीबा) के संक्रमण से हुई
- महिला ने आरवी (RV) के नल से लिया गया उबले बिना पानी नासिका सिंचाई (nasal rinse) में किया था
- CDC ने चेतावनी दी: बिना उबाले पानी से नाक धोना बेहद खतरनाक हो सकता है
- अमेरिका में हर साल ऐसे 10 से कम मामले सामने आते हैं, लेकिन मृत्यु दर 97% से अधिक है
🔍 घटना का विवरण
टेक्सास की एक स्वस्थ 71 वर्षीय महिला की जान उस वक्त चली गई जब उन्होंने आरवी (Recreational Vehicle) के नल से निकले बिना उबाले पानी को नाक धोने वाले उपकरण (Nasal Irrigation Device) में उपयोग किया। कुछ ही दिनों में गंभीर न्यूरोलॉजिकल लक्षण उभरने लगे और आठवें दिन उनकी मृत्यु हो गई।
इस दुर्लभ और घातक संक्रमण को Primary Amebic Meningoencephalitis (PAM) कहा जाता है, जो Naegleria fowleri नामक अमीबा के कारण होता है। इसे आम भाषा में “ब्रेन-ईटिंग अमीबा” कहा जाता है।
⚠️ लक्षण और जोखिम
CDC के अनुसार, इस संक्रमण के शुरुआती लक्षण 1 से 12 दिन के भीतर सामने आते हैं, जिनमें शामिल हैं:
- तेज़ सिरदर्द
- बुखार
- मतली और उल्टी
- मानसिक भ्रम और चक्कर
- गर्दन में अकड़न
- मिर्गी के दौरे और कोमा
जैसे-जैसे संक्रमण बढ़ता है, मरीज की स्थिति गंभीर होती जाती है। औसतन पांच दिनों में मौत हो सकती है।
🧪 कैसे होती है पुष्टि?
इस महिला के Cerebrospinal Fluid (CSF) की जांच में Naegleria fowleri की पुष्टि हुई। यह अमीबा गर्म पानी में तेजी से पनपता है और जब यह पानी नाक के माध्यम से दिमाग तक पहुंचता है, तब संक्रमण होता है।
यह संक्रमण तैराकी के दौरान, विशेषकर गर्मियों में, झीलों, तालाबों या गर्म पानी वाले झरनों में सिर डुबाने से भी हो सकता है।
🛡️ कैसे बचें? CDC की सलाह
- नाक धोने के लिए केवल यह पानी इस्तेमाल करें:
- डिस्टिल्ड या स्टरलाइज़्ड पानी
- उबाला और ठंडा किया गया पानी
- RV और नगर निगम के पानी की गुणवत्ता बनाए रखें
- गर्मियों में तैरते समय नाक में पानी न जाने दें
- झीलों या तालाबों के तल की मिट्टी को न छेड़ें
विशेषज्ञ बताते हैं कि संक्रमित पानी पीने से यह बीमारी नहीं फैलती, और यह इंसान से इंसान में नहीं फैलती।
💊 इलाज की सीमाएं
संक्रमण की पुष्टि होने पर मरीज को कई दवाएं दी जाती हैं:
- एंटीफंगल दवाएं
- एंटीबायोटिक्स जैसे रिफैम्पिन (rifampin) और एजिथ्रोमाइसिन (azithromycin)
- Miltefosine: एक नई एंटीफंगल दवा जिसे कुछ मामलों में सफल इलाज के लिए इस्तेमाल किया गया है
हालांकि इन दवाओं का असर सीमित होता है और अधिकांश मरीजों की मृत्यु हो जाती है।
🧠 क्या यह बीमारी आम है?
डॉ. टैमी लुंडस्ट्रॉम के अनुसार:
“हर साल लाखों लोग तैरते हैं, लेकिन कुछ ही संक्रमित होते हैं। हालांकि जोखिम बहुत कम है, लेकिन इसके परिणाम घातक होते हैं।”
इस वजह से विशेषज्ञ सावधानी और सतर्कता पर ज़ोर दे रहे हैं।
🔚 निष्कर्ष
यह दुखद घटना हमें यह याद दिलाती है कि छोटी-सी लापरवाही भी जानलेवा बन सकती है। अगर आप नाक धोने के लिए नासिका सिंचाई उपकरण का उपयोग करते हैं, तो हमेशा उबला, ठंडा या डिस्टिल्ड पानी ही लें। गर्मियों में खुले जल स्रोतों में तैरते समय विशेष सतर्कता रखें।